प्रयागराज. यूपी के प्रयागराज में लोक सेवा आयोग के कार्यालय के बाहर 20 हजार छात्रों का प्रदर्शन दूसरे दिन भी जारी है. ये छात्र आयोग की नीतियों और योगी सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं. छात्र कैंडल और मोबाइल टॉर्च जलाकर अपनी आवाज उठा रहे हैं. इसके अलावा उन्होंने ''न बटेंगे, न हटेंगे, जुड़ेंगे और जीतेंगे'' के नारे वाली तख्तियां ली हुई है. उनका कहना है कि जब तक उन्हें उनका हक नहीं मिलता, तब तक वे यहां से नहीं हटेंगे. रात में प्रदर्शन स्थल पर पुलिस, PAC और RAF की तैनाती कर दी गई है और वज्र वाहन भी पहुंच चुका है.
रात में डीएम और सचिव के बीच वार्ता हुई, लेकिन वार्ता विफल रही. इसके बाद, सुबह डीएम रविंद्र और पुलिस कमिश्नर तरुण गाबा ने फिर से छात्रों से बात करने की कोशिश की.
इस प्रोटेस्ट में शामिल अब तक 12 छात्रों पर FIR दर्ज की गई है, जिनमें अभिषेक शुक्ला और राघवेंद्र के नाम शामिल हैं. आरोप है कि इन छात्रों ने दृष्टि कोचिंग का बोर्ड और सरकारी बैरियर तोड़ दिए थे. वहीं, मंत्री ओपी राजभर ने इस आंदोलन के पीछे सपा का हाथ होने का आरोप लगाया है. वहीं, सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि पुलिस ने छात्रों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज भी किया है.
दरअसल, छात्रों का गुस्सा पीसीएस और आरओ/एआरओ की प्रारंभिक परीक्षाओं को एक से अधिक दिन और पालियों में कराने के फैसले के खिलाफ है. छात्रों ने स्पष्ट रूप से नॉर्मलाइजेशन (मानकीकरण) के फैसले को स्वीकार करने से इनकार कर दिया है. छात्रों की मांग है कि परीक्षा सिर्फ दो दिन की हो और उसे सरल बनाया जाए, ताकि उनका हक बच सके.