MP : भाजपा के 2 पार्षद 6 साल के लिए निष्कासित, अविश्वास प्रस्ताव के BJP कार्यालय में की थी अभद्रता

MP : भाजपा के 2 पार्षद 6 साल के लिए निष्कासित, अविश्वास प्रस्ताव के BJP कार्यालय में की थी अभद्रता

प्रेषित समय :17:26:09 PM / Sat, Nov 16th, 2024
Reporter : पलपल रिपोर्टर

पलपल संवाददाता, छिंदवाड़ा. एमपी के छिंदवाड़ा में नगर निगम चुनाव में अध्यक्ष के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव के बाद भाजपा आफिस में 2 पार्षद व 2 पार्षद पति ने अभद्रता की थी. इस मामले में चारों को भाजपा जिलाध्यक्ष ने 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है. इनमें भाजपा पार्षद किरण हरिओम सोनी, पूर्णिमा मालवी, पूर्व पार्षद संतोष राय व शिव मालवी भी शामिल हैं.

                                       बताया गया है कि 8 अक्टूबर को नगर निगम अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाए जाने के बाद भाजपा जिला कार्यालय में पार्षदों के साथ गाली-गलौच करने व पार्टी कार्यकर्ताओं को गद्दार जैसे अपशब्दों का उपयोग करने के लिए इन सभी पार्षदों से भाजपा जिला अध्यक्ष ने जवाब मांगा था. संतोषजनक जवाब न देने के कारण भाजपा जिला अध्यक्ष ने इन्हें 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है. इससे पहले सभी पार्षदों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था. लेकिन उनका जवाब संतोषजनक नहीं पाया गयाए जिसके बाद प्रदेश संगठन के निर्देश पर यह कार्रवाई की गई है. भाजपा जिला अध्यक्ष शेषराव यादव का कहना है कि नगर निगम में अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था, जो घटनाक्रम हुआ इसके बाद हमें ऐसे निर्णय लेना पड़े है. क्योंकि हम सभी अनुशासन से बंधे है. पार्टी में अनुशासन बनाने के लिए 4 लोगों को भाजपा से बाहर करने का निर्णय लेना पड़ा. सभी को 6 वर्ष के लिए बाहर किया गया.  

छिंदवाड़ा नगर पालिका निगम में अध्यक्ष सोनू मांगो के खिलाफ 8 अक्टूबर को अविश्वास प्रस्ताव गिर गया था. कलेक्टर शीलेंद्र सिंह की मौजूदगी में गुप्त मतदान हुआ है.  जिसमें कांग्रेस के निगम अध्यक्ष सोनू मांगो के पक्ष में 21 मत पड़े, जबकि विपक्ष में महापौर सहित 27 पार्षदों ने वोटिंग की. वोटिंग के दौरान हाउस में भाजपा के 34 में से 33 और कांग्रेस के सभी 14 पार्षद मौजूद थे. हालांकि अध्यक्ष के पक्ष में कांग्रेसियों के अलावा 7 विपक्षी पार्षदों ने भी वोट डाले थे. निगम सभागृह में अविश्वास प्रस्ताव की प्रक्रिया पीठासीन अधिकारी शीलेंद्र सिंह की अध्यक्षता में की गई थी. सदन में महापौर और पार्षद मौजूद रहे थे. 2 घंटे तक चली कार्यवाही में कांग्रेस के निगम अध्यक्ष सोनू मांगो के खिलाफ लाया गया अविश्वास गिर गया था. उन्हें कांग्रेसी पार्षदों के अलावा विपक्ष से भी वोट मिले फिर भी जरूरी मत वे हासिल नहीं कर पाए. भाजपा को पहले ही गुटबाजी का अंदाजा था. ऐसे में अविश्वास प्रस्ताव के पहले पार्षदों को एकजुट करने में भाजपा नेता जुटे रहे थे. भाजपा प्रदेश के प्रदेश महामंत्री भगवान दास सबनानी ने मोर्चा संभालते हुए भाजपा कार्यालय में पार्षदों से अलग-अलग चर्चा भी की थी. सबनानी पार्षद दिवाकर सदारंग के घर भी पहुंचे थे. उन्होंने पूर्व मंत्री चौधरी चंद्रभान के गुट के पार्षदों से भी बात की थी. हालांकि इन सबके बाद भी हाउस में गुटबाजी नजर आईए क्योंकि वोटिंग के दौरान विपक्ष के 7 पार्षदों ने कांग्रेस अध्यक्ष के पक्ष में वोट डाले थे.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-