आज का दिन- सोमवार,18 नवंबर 2024, संकष्टी चतुर्थी : ऋणमुक्ति श्री गणेश स्तोत्रम्!

आज का दिन - सोमवार,18 नवंबर 2024, संकष्टी चतुर्थी : ऋणमुक्ति श्री गणेश स्तोत्रम्!

प्रेषित समय :22:12:16 PM / Sun, Nov 17th, 2024
Reporter : पलपल रिपोर्टर

- प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी (व्हाट्सएप- 8875863494)
* गणाधिप संकष्टी चतुर्थी - सोमवार, 18 नवम्बर 2024
* संकष्टी के दिन चन्द्रोदय - 08:00 पीएम
* चतुर्थी तिथि प्रारम्भ - 18 नवम्बर 2024 को 06:55 पीएम बजे
* चतुर्थी तिथि समाप्त - 19 नवम्बर 2024 को 05:28 पीएम बजे

* श्रीगणेश की शुभदृष्टि से समस्त कष्ट, नष्ट होते हैं और इसीलिए संकष्टी चतुर्थी का विशेष महत्व है.
* प्रतिमाह पूर्णिमा के पश्चात आने वाली कृष्णपक्ष की चतुर्थी को संकष्टी चतुर्थी पुकारते हैं. संकट से मुक्ति मिलने को ही संकष्टी कहते हैं.
* भगवान श्रीगणेश के भक्त संकष्टी चतुर्थी के अवसर पर सूर्योदय से चन्द्रोदय तक उपवास रखते हैं. 
* धर्मधारणा है कि संकष्टी चतुर्थी का व्रत करने से सभी तरह के विघ्नों से मुक्ति मिल जाती है.
* श्रद्धालु संकष्टी चतुर्थी का कठोर व्रत करते हैं जिसमे केवल फलों, वनस्पति उत्पादों आदि का ही उपयोग किया जाता है. 
* श्रद्धालु चन्द्रमा के दर्शन करने के पश्चात व्रत खोलते हैं.
॥ ऋणमुक्ति श्री गणेश स्तोत्रम् ॥
॥ विनियोग ॥

ॐ अस्य श्रीऋणविमोचनमहागणपति-स्तोत्रमन्त्रस्य शुक्राचार्य ऋषिः ऋणविमोचनमहागणपतिर्देवता अनुष्टुप् छन्दः ऋणविमोचनमहागणपतिप्रीत्यर्थे जपे विनियोगः.
॥ स्तोत्र पाठ ॥
ॐ स्मरामि देवदेवेशंवक्रतुण्डं महाबलम्.
षडक्षरं कृपासिन्धुंनमामि ऋणमुक्तये॥1॥
महागणपतिं वन्देमहासेतुं महाबलम्.
एकमेवाद्वितीयं तुनमामि ऋणमुक्तये॥2॥
एकाक्षरं त्वेकदन्तमेकंब्रह्म सनातनम्.
महाविघ्नहरं देवंनमामि ऋणमुक्तये॥3॥
शुक्लाम्बरं शुक्लवर्णंशुक्लगन्धानुलेपनम्.
सर्वशुक्लमयं देवंनमामि ऋणमुक्तये॥4॥
रक्ताम्बरं रक्तवर्णंरक्तगन्धानुलेपनम्.
रक्तपुष्पैः पूज्यमानंनमामि ऋणमुक्तये॥5॥
कृष्णाम्बरं कृष्णवर्णंकृष्णगन्धानुलेपनम्.
कृष्णयज्ञोपवीतं चनमामि ऋणमुक्तये॥6॥
पीताम्बरं पीतवर्णपीतगन्धानुलेपनम्.
पीतपुष्पैः पूज्यमानंनमामि ऋणमुक्तये॥7॥
सर्वात्मकं सर्ववर्णंसर्वगन्धानुलेपनम्.
सर्वपुष्पैः पूज्यमानंनमामि ऋणमुक्तये॥8॥
एतद् ऋणहरं स्तोत्रंत्रिसन्ध्यं यः पठेन्नरः.
षण्मासाभ्यन्तरे तस्यऋणच्छेदो न संशयः॥9॥
सहस्रदशकं कृत्वाऋणमुक्तो धनी भवेत्॥
॥ इति रुद्रयामले ऋणमुक्ति श्री गणेशस्तोत्रम् सम्पूर्णम् ॥
श्री त्रिपुरा सुंदरी धर्म-कर्म पंचांग : 18 नवम्बर 2024

* शक सम्वत 1946, विक्रम सम्वत 2081
* अमान्त महीना कार्तिक, पूर्णिमान्त महीना मार्गशीर्ष
* वार सोमवार, पक्ष कृष्ण, तिथि तृतीया - 06:55 पीएम तक, नक्षत्र मृगशिरा - 03:49 पीएम तक, योग सिद्ध - 05:22 पीएम तक, करण वणिज - 07:56 एएम तक, द्वितीय करण विष्टि - 06:55 पीएम तक, क्षय करण बव - 06:06 एएम, 19 नवम्बर 2024 तक
* सूर्य राशि वृश्चिक, चन्द्र राशि मिथुन
* राहुकाल 08:11 एएम से 09:33 एएम 
शुभ समय : 18 नवम्बर 2024
* ब्रह्म मुहूर्त 05:04 एएम से 05:56 एएम
* प्रातः सन्ध्या 05:30 एएम से 06:49 एएम
* अभिजित मुहूर्त 11:55 एएम से 12:39 पीएम
* विजय मुहूर्त 02:07 पीएम से 02:51 पीएम
* गोधूलि मुहूर्त 05:46 पीएम से 06:12 पीएम
* सायाह्न सन्ध्या 05:46 पीएम से 07:04 पीएम
* अमृत काल 07:35 एएम से 09:05 एएम
* निशिता मुहूर्त 11:52 पीएम से 12:44 एएम, 19 नवम्बर 2024
* अमृत सिद्धि योग 06:49 एएम से 03:49 पीएम
* सर्वार्थ सिद्धि योग 06:49 एएम से 03:49 पीएम 
सोमवार चौघड़िया- 18 नवम्बर 2024
* दिन का चौघड़िया
अमृत - 06:49 से 08:11
काल - 08:11 से 09:33
शुभ - 09:33 से 10:55
रोग - 10:55 से 12:17
उद्वेग - 12:17 से 01:40
चर - 01:40 से 03:02
लाभ - 03:02 से 04:24
अमृत - 04:24 से 05:46 
* रात्रि का चौघड़िया
चर - 05:46 से 07:24
रोग - 07:24 से 09:02
काल - 09:02 से 10:40
लाभ - 10:40 से 12:18
उद्वेग - 12:18 से 01:56
शुभ - 01:56 से 03:34
अमृत - 03:34 से 05:11
चर - 05:11 से 06:49 
* चौघडिय़ा का उपयोग कोई नया कार्य शुरू करने के लिए शुभ समय देखने के लिए किया जाता है.
* दिन का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* रात का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्यास्त से अगले दिन सूर्योदय के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* अमृत, शुभ, लाभ और चर, इन चार चौघडिय़ाओं को अच्छा माना जाता है और शेष तीन चौघडिय़ाओं- रोग, काल और उद्वेग, को उपयुक्त नहीं माना जाता है.
* यहां दी जा रही जानकारियां संदर्भ हेतु हैं, स्थानीय समय, परंपराओं और धर्मगुरु-ज्योतिर्विद् के निर्देशानुसार इनका उपयोग कर सकते हैं, क्योंकि यहां दिया जा रहा समय अलग-अलग शहरों में स्थानीय समय के सापेक्ष थोड़ा अलग हो सकता है.
* अपने ज्ञान के प्रदर्शन एवं दूसरे के ज्ञान की परीक्षा में समय व्यर्थ न गंवाएं क्योंकि ज्ञान अनंत है और जीवन का अंत है!
 आज का राशिफल -
मेष राशि:- आज खान-पान पर नियंत्रण जरूरी है. व्यर्थ के दिखाओं से दूर रहें. मानसिक शांति की तलाश में रहेंगे. संतान के विवाह में विलंब से चिंता होगी. कोर्ट से जुड़े कार्य आज पूरे होंगे. व्यवसाय में कोशिशों के बावजूद मंदी रहेगी

वृष राशि:- काम की अधिकता रहेगी. नौकरी में मनचाहा स्थानांतरण व पदोन्नति के भी योग बन रहे हैं. आर्थिक निवेश सोच-समझकर करें. पारिवारिक कार्यों मे आप की पूछ परख बढ़ेगी.

मिथुन राशि:- आज आपको पत्नी से सहयोग व समर्थन मिलेगा. व्यवसाय में उन्नति संभव है. कारोबार में कुछ नवीन योजनाएं बनेंगी. आपके द्वारा लिए गए निर्णय गलत साबित होंगे.

कर्क राशि:- सामाजिक आयोजनों में आप की प्रशंसा होगी. व्यापार, व्यवसाय में लाभदायक सौदे आत्मबल बढ़ाएंगे. आज साहस, पराक्रम बढ़ेगा. धर्म ग्रंथों के पठन-पाठन में अभिरुचि बढ़ेगी.

सिंह राशि:- आप बहूत जल्दी दूसरों के विश्वास में आ जाते हैं, सतर्क रहें. विपरीत परिस्थितियों से दृढ़ता से सामना कर सकेंगे. व्यापार में परेशानियों का अंत होगा. प्रेम प्रसंग के योग है. उधार लिये गए पैसे केसे चुकाएंगे, इसी सोच में परेशान रहेंगे.

कन्या राशि:- आपकी दिनचर्या में आये बदलाव से निजी कार्य प्रभावित होंगे. परिवार में मांगलिक अवसर आएंगे. व्यवसाय में लाभ के योग बन रहे हैं. नौकरों पर नजर रखें.

तुला राशि:- आज रुका धन मिलने से धन संग्रह बढ़ेगा. आत्मविश्वास के बल बुते आगे बढेंगे. पारिवारिक सुख-संतोष बना रहेगा. मनोरंजन के कार्यों में रुचि बढ़ेगी. आज अपनी वस्तुएं संभालकर रखें.

वृश्चिक राशि:- अपने स्वास्थ के प्रति आप कितने लापरवाह हैं. किसी नए व्यापार में निवेश करने के योग हैं. आज विद्वानों के साथ रहने का अवसर मिलेगा. लाभदायक सौदे होंगे. प्रसिद्धि मिलेगी.

धनु राशि:- अपने संबंधों के प्रति आप लापरवाही कर रहे हैं. व्यवसाय में विकास की योजनाएं बन सकती है. आर्थिक अनुकूलता रहने से सुख साधन बढ़ेंगे. निजी जीवन में भागदौड़ के बाद सफलता की संभावना है. आपके लिए शनिदेव की आरधना लाभदायक रहेगी.

मकर राशि:- नौकरी में बदलाव चाहते हैं, पर फैसला लेने में असमंजस्य की स्थिति रहेगी. साहित्य पठन में रुचि बढ़ेगी. संतान के भविष्य की चिंता रहेगी. कारोबार में सोच-समझकर लिए गए निर्णय शुभ फल देंगे.

कुम्भ राशि- समय का सदुपयोग करे. अपनी संगत बदलें. दूसरों की उन्नति से दुखी ना हों. आप मेहनत करें और संकुचित मानसिकता को बदलें. व्यापार में हर किसी पर विश्वास ना करें. अपनों से प्रतिस्पर्धा से बचें. कानूनी विवाद पक्ष में हल होंगे.

मीन राशि:- समय पर काम ना होने से मन अशांत रहेगा. कलात्मक कार्यों का प्रतिफल मिलेगा. व्यापारिक नवीन योजनाएं बनेंगी. निर्माण कार्य में सुधार होगा. जीवनसाथी की भावनाओं का अपमान करने से बचें. वैवाहिक जीवन में तनाव रहेगा.

 * आचार्य पं. श्रीकान्त पटैरिया (ज्योतिष विशेषज्ञ)  वाट्सएप नम्बर 7879372913
* यहां राशिफल चन्द्र के गोचर पर आधारित है, व्यक्तिगत जन्म के ग्रह और अन्य ग्रहों के गोचर के कारण शुभाशुभ परिणामों में कमी-वृद्धि संभव है, इसलिए अच्छे समय का सद्उपयोग करें और खराब समय में सतर्क रहें./

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-