बांसवाड़ा में विराट धार्मिक महोत्सव : संत-महात्माओं का लालीवाव मठ आगमन शुरू

बांसवाड़ा में विराट धार्मिक महोत्सव : संत-महात्माओं का लालीवाव मठ आगमन शुरू

प्रेषित समय :19:21:19 PM / Tue, Nov 19th, 2024
Reporter : पलपल रिपोर्टर

बांसवाड़ा (व्हाट्सएप- 8875863494). लोकश्रृद्धा के सदियों पुराने परम्परागत धाम लालीवाव मठ, बांसवाड़ा (327001) में 20 नवम्बर 2024 से शुरू हो रहे अपूर्व एवं ऐतिहासिक विराट धार्मिक महोत्सव को लेकर की जा रही भव्य तैयारियां अपने चरम यौवन पर हैं और दिन-रात विभिन्न प्रबन्धों को बेहतर ढंग से सुनिश्चित करने का क्रम बना हुआ है.
इस महोत्सव के अन्तर्गत 108 श्रीमद्भागवत पारायण, श्रीविद्या एवं श्री लक्ष्मीनारायण महायज्ञ तथा जगविख्यात संत श्री राजेन्द्रदास देवाचार्य जी महाराज के श्रीमुख से भागवत कथा आदि के वृहत कार्यक्रम होंगे, जो 27 नवम्बर 2024 तक जारी रहेंगे. महोत्सव में हिस्सा लेने के लिए देश के प्रमुख तीर्थों, अखाड़ों, आश्रमों और पीठों से संत-महात्माओं, साधु समाज के पदाधिकारियों और महामण्डलेश्वरों के लालीवाव पहुंचने का क्रम शुरू हो गया है.सोमवार को अखिल भारतीय संत समिति के राष्ट्रीय संयुक्त महामंत्री श्रीश्री 1008 राधे राधे बाबा, गुरु आश्रम छींच के महंत श्री घनश्यामदास महाराज एवं संत श्री रघुवीरदास महाराज सहित कई संत-महात्माओं और बांसवाड़ा नगर परिषद के सभापति जैनेन्द्र त्रिवेदी ने महोत्सव की तैयारियों का जायजा लिया और भागवत कथा मण्डप एवं पाण्डाल, अन्नपूर्णा धाम, नौ कुण्डीय यज्ञ मण्डप तथा विभिन्न आयोजन स्थलों की व्यवस्थाओं को देखा और लालीवाव मठ के शिष्य परिवार एवं आयोजन समिति के पदाधिकारियों से चर्चा की.
आयोजन समिति की बैठक में तैयारियों की समीक्षा.... सोमवार रात महोत्सव आयोजन समिति के पदाधिकारियों की बैठक लालीवाव पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर श्रीमहंत हरिओमदासजी महाराज के सानिध्य में हुई. इसमें महोत्सव को लेकर अब तक की तैयारियों की विस्तार से समीक्षा की गई और सभी तैयारियां युद्ध स्तर पर पूर्ण किए जाने के लिए कहा.
लालशंकर पारगी एवं राधाकिशन खन्ना का अभिनन्दन.... लालीवाव मठ में सोमवार को आयोजित कार्यक्रम में समाज-जीवन और धर्म-अध्यात्मक तथा रचनात्मक गतिविधियों में उल्लेखनीय सेवाओं एवं अहम् भूमिका के लिए वयोवृद्ध सामाजिक चिन्तक लालशंकर पारगी एवं राधाकिशन खन्ना का अभिनन्दन किया गया.
लालीवाव पीठाधीश्वर महामण्डलेश्वर श्रीमहंत हरिओमदासजी महाराज एवं नगर परिषद के सभापति जैनेन्द्र त्रिवेदी ने पारगी एवं खन्ना का उपरणा पहनाकर अभिनंदन किया और सामाजिक एवं आंचलिक लोक जागरण तथा धार्मिक आध्यात्मिक कार्यों में उत्कृष्ट योगदान की सराहना की.
इस अवसर पर महोत्सव आयोजन समिति के संयोजक भुवनमुकुन्द पण्ड्या, कोषाध्यक्ष नगेन्द्र दोसी चावलवाला सहित अन्य पदाधिकारी सीए अंजनी त्रिवेदी, शान्तिलाल भावसार, ईश्वरदास वैष्णव, रामशंकर जोशी, विनोद जोशी, कार्यालय प्रभारी मनोहर जोशी, सुधीर चौबीसा, इच्छाशंकर शर्मा सहित गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे.
इससे पहले.... प्राचीन एवं ऐतिहासिक सिद्ध तपोभूमि लालीवाव मठ की ओर से आगामी 20 नवम्बर 2024 से शुरू होने जा रहे आठ दिवसीय विराट धार्मिक महोत्सव को लेकर मातृशक्ति में जबर्दस्त उत्साह पसरा हुआ है.
मातृशक्ति वाहिनी की प्रमुख मिथिलेश कौशिक के नेतृत्व में सनातनधर्मी महिलाओं के विभिन्न समूह शहर और गांवों में विभिन्न बस्तियों में तथा बांसवाड़ा शहर में घर-घर सम्पर्क कर महोत्सव के बारे में व्यापक चेतना जगाते हुए अधिक से अधिक सहभागिता के लिए प्रेरित करने में जुटे हुए हैं.
मातृशक्ति वाहिनी की बैठक लालीवाव पीठाधीश्वर महामण्डलेश्वर श्रीमहंत हरिओमदासजी महाराज के सान्निध्य में हुई. इसमें मातृशक्ति वाहिनी द्वारा अब तक किए गए प्रयासों की जानकारी दी गई और 20 नवम्बर से आरंभ हो रहे महोत्सव के दौरान् मातृशक्ति के लिए निर्धारित दायित्वों की जानकारी प्रदान की गई.
अधिकाधिक सहभागिता संकल्प.... बैठक में बताया गया कि महोत्सव की विभिन्न व्यवस्थाओं और आयोजनों में महिला शक्ति अधिक से अधिक सहभागिता निभाते हुए महोत्सव को आशातीत सफल एवं ऐतिहासिक यादगार बनाने के लिए संकल्पबद्ध है और बड़ी संख्या में महिलाएं विभिन्न सेवा कार्यों में भागीदारी निभाएंगी.
इस अवसर पर लालीवाव पीठाधीश्वर महामण्डलेश्वर श्रीमहंत हरिओमदास महाराज ने मातृशक्ति द्वारा संचालित अभियान की सराहना की और महोत्सव के दौरान् सौंपे जाने वाले दायित्वों के बारे में बताया. इस अवसर पर महोत्सव आयोजन समिति के पदाधिकारियों, लालीवाव मठ के संतों व शिष्यों आदि ने भाग लिया.
महोत्सव स्थल का किया भ्रमण.... मातृ शक्ति वाहिनी की सदस्याओं ने मातृशक्ति प्रमुख मिथिलेश कौशिक के नेतृत्व में महोत्सव स्थल का भ्रमण कर व्यवस्थाओं का अवलोकन किया. इस दौरान् यज्ञ मण्डप, विशाल डोम सहित विभिन्न आयोजन स्थलों का अवलोकन किया.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-