अक्सर लोग महंगी-महंगी जिम की मेंबरशिप लेते हैं या फिर कई तरह के फिटनेस इक्विपमेंट में इनवेस्ट करते हैं। अगर आप इन सभी झंझटों से बचना चाहती हैं तो ऐसे में आप बॉडीवेट एक्सरसाइज पर फोकस करें। यह वर्कआउट करने का एक आसान और बेहतरीन तरीका है। बॉडीवेट एक्सरसाइज एक बिगनर से लेकर एडवांस लेवल तक हर व्यक्ति के लिए फायदेमंद हैं। इतना ही नहीं, इस तरह से खुद को फिट रखने के लिए आपको एक भी पैसा खर्च करने की जरूरत नहीं होती है। बस आपके पास थोड़ी सी जगह हो और बस आप वर्कआउट करने के लिए तैयार। तो चलिए आज इस लेख में ब्लॉसम योगा के फाउंडर, फिटनेस एक्सपर्ट और योगविशेषज्ञ जितेन्द्र कौशिक आपको बता रहे हैं कि बॉडीवेट एक्सरसाइज करने से आपको क्या-क्या फायदे मिल सकते हैं-
बढ़ती है ताकत- जब आप बॉडीवेट एक्सरसाइज करती हैं तो यह आपकी ताकत बढ़ाने में काम आता है। दरअसल, जब आप अपने शरीर के वजन को रेसिस्टेंस के रूप में इस्तेमाल करते हैं तो इससे मसल्स बिल्डिंग और टोनिंग में मदद मिलती है। बॉडीवेट एक्सरसाइज करते हुए अक्सर लोग पुश-अप या स्क्वॉट्स आदि करते हैं, जो एक साथ कई मसल्स को टारगेट करती है और इससे आपकी ताकत बढ़ती है।
फ्लेक्सिबिलिटी होती है इंप्रूव- बॉडीवेट एक्सरसाइज आपकी फ्लेक्सिबिलिटी और बैलेंस को इंप्रूव करने में भी मदद करती है। अधिकतर लोग सोचते हैं कि लंजेस या प्लैंक आदि करने से उनकी बॉडी की स्ट्रेन्थ बढ़ती है, लेकिन इसके साथ-साथ आपकी बॉडी बैलेंस भी धीरे-धीरे बेहतर होने लगता है। दरअसल, जब आप बॉडीवेट एक्सरसाइज करते हैं तो उस दौरान आप अपने वजन को बैलेंस करने की कोशिश कर रहे होते हैं, जिससे फ्लेक्सिबिलिटी काफी इंप्रूव होती है। यह चोटों को रोकने और उम्र बढ़ने के साथ भी आपके शरीर के बॉडी बैलेंस को बनाए रखने में मदद करता है।
अच्छा असर- बॉडीवेट एक्सरसाइज आपकी ज्वॉइंट हेल्थ पर भी पॉजिटिव असर डालती है। इसलिए, चाहे आपकी उम्र कम हो या अधिक, आपको बॉडीवेट एक्सरसाइज जरूर करनी चाहिए। दरअसल, जब आप स्क्वॉट्स या पुशअप्स करते हैं तो उस दौरान आप अपने वजन को बैलेंस कर रहे होते हैं, जिससे ज्वॉइंट्स के आसपास की मसल्स की ताकत बढ़ती है। इससे ना केवल आपको स्टेबिलिटी मिलती है, बल्कि चोट लगने का रिस्क कम हो जाता है।
बढ़ती है स्ट्रेंथ- बॉडीवेट एक्सरसाइज करने का एक फायदा यह भी है कि इससे आपकी कोर स्ट्रेंथ बढ़ती है। दरअसल, हर बॉडीवेट मूव में किसी न किसी तरह से आपका कोर शामिल होता है। पुश-अप से लेकर स्क्वाट्स और प्लैंक तक, हर एक्सरसाइज को करते हुए आप अपने कोर को जरूर शामिल करते हैं। जिससे आपकी कोर स्ट्रेंथ बढ़ती है और जब आपकी कोर स्ट्रेंथ बेहतर होती ह तो इससे बॉडी पोश्चर इंप्रूव होता है। साथ ही साथ, बैड बॉडी पोश्चर के कारण होने वाले कमर दर्द व अन्य दर्द से काफी आराम मिलता है।