दमिश्क. सीरिया में लंबे समय से जारी गृहयुद्ध अब निर्णायक चरण में पहुंच चुका है। शनिवार को विद्रोही गुटों ने राजधानी दमिश्क के बाहरी इलाकों तक पहुंचने और देश के कई प्रमुख शहरों पर कब्जा करने का दावा किया है। इसी बीच, अंतरराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि राष्ट्रपति बसर अल-असद देश छोड़कर किसी अज्ञात स्थान पर चले गए हैं। हालांकि, सीरियाई सरकारी मीडिया ने इन खबरों को झूठा बताते हुए कहा है कि असद अभी भी दमिश्क में हैं और अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे हैं।
विद्रोही गुटों ने बड़े पैमाने पर हमले करते हुए हमा और होम्स जैसे महत्वपूर्ण शहरों पर कब्जा कर लिया है। दमिश्क के उपनगरों में भी विद्रोही सक्रिय हो गए हैं। हयात तहरीर अल-शाम (एचटीएस) जैसे जिहादी समूहों के नेतृत्व में यह विद्रोह असद सरकार को उखाड़ फेंकने के उद्देश्य से तेज़ी से आगे बढ़ रहा है। एचटीएस के प्रमुख अबू मोहम्मद अल-गोलानी ने सीएनएन से बातचीत में कहा, "हमारा लक्ष्य असद सरकार को हटाकर सीरिया में स्वतंत्र शासन स्थापित करना है।"
सरकारी सेना ने दक्षिणी प्रांतों स्वेदा और दारारा से सैनिकों को वापस बुलाकर होम्स और अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों की रक्षा के लिए तैनात किया है। इसके बावजूद, विद्रोहियों की बढ़ती ताकत और तेज़ी ने असद सरकार को भारी दबाव में डाल दिया है। सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स के अनुसार, विद्रोही राजधानी दमिश्क को घेरने की तैयारी कर रहे हैं। मादामिया, जरामाना और दरया जैसे उपनगरों में विद्रोहियों की मजबूत उपस्थिति ने संघर्ष को और भड़काया है। विद्रोही इस अभियान को "अंतिम चरण" के रूप में देख रहे हैं।
राष्ट्रपति असद की स्थिति को लेकर अलग-अलग दावे सामने आ रहे हैं। जहां अंतरराष्ट्रीय रिपोर्ट्स उनके देश छोड़ने की बात कह रही हैं, वहीं सरकारी मीडिया इसे खारिज कर रहा है। सीरिया का यह संकट अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए एक बड़ी चुनौती बनता जा रहा है। लगातार बिगड़ती स्थिति ने देश को अनिश्चितता और हिंसा के गहरे संकट में धकेल दिया है।