राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस : महिला उपभोक्ता जागरूकता पर विशेष ध्यान की आवश्यकता

राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस : महिला उपभोक्ता जागरूकता पर विशेष ध्यान की आवश्यकता

प्रेषित समय :20:15:03 PM / Mon, Dec 23rd, 2024
Reporter : पलपल रिपोर्टर

* वीरबाला त्रिवेदी 
राष्ट्रीय और विश्व उपभोक्ता दिवस की आहट के साथ ही उपभोक्ता जागरूकता एवं उपभोक्ता संरक्षण के विषय में चर्चा होती है और 1986 में उपभोक्ता कानून बनने के बाद 2019 में हुए संशोधन के बाद यह कानून बहुत अधिक प्रभावी बनकर उभरा है l इस बात में कोई संदेह नहीं है कि कानून बनने के बाद इसके माध्यम से जो प्रयास हुए हैं उसे बाजार व्यवस्था को बेहतर तथा आम उपभोक्ता के हित में प्रभावी बनाने की सशक्त पहल हुई है, जागरूकता का संचार हुआ है, लोगों को राहत भी मिली है लेकिन उपभोक्ता हितार्थ जिस तरह की बाजार व्यवस्था बनाने की कल्पना की जाती है वह अभी पूरी तरह साकार नहीं हो पाई है l बाजार की व्यवस्थाएं बदल रही है, लेन देन की व्यवस्थाएं बदल रही है, सामान खरीदने की व्यवस्थाएं भी बदल रही है, ऑनलाइन कामकाज भी बढ़ता जा रहा है ऐसी स्थिति में लोगों की जागरूकता भी बढ़ानी आवश्यक है l देश की आबादी में लगभग आधी हिस्सेदारी निभाने वाली महिला उपभोक्ताओ को जागरूक बनाने के लिए नियमित रूप से प्रयास होते रहे हैं और पुरानी बाजार व्यवस्था में महिलाओं की कम सक्रियता के चलते अब तक इस अभियान को प्रभावि गति नहीं मिल पाई थी l ऑनलाइन लेन देन, मोबाइल से कामकाज करने, ऑनलाइन सामान मंगवाने और घर बैठकर विभिन्न काम करने की जो नई व्यवस्थाएं कायम हुई है उसके बाद अब महिला उपभोक्ताओं की जागरूकता भी अधिक महत्वपूर्ण हो चली है क्योंकि कई काम ऐसे हैं जो घर बैठकर महिलाएं नियमित रूप से कर रही हैं और इन कामों को करने के दौरान यदि जागरूकता की कमी है तो कई तरह के नुकसान की संभावना भी बनी रहती है अतः अब महिला उपभोक्ताओं को जागरूक बनाने के लिए विशेष अभियान और पहल की आवश्यकता महसूस की जा रही है l नई तकनीकी के माध्यम से जो सुविधा हमें लेनदेन से लेकर वस्तु और सामग्री मंगवाने तथा सेवाओं के उपयोग हेतु मिली है उनका उपयोग करने के लिए पूरी जानकारी भी महत्वपूर्ण है l  घर में बैठकर यदि महिलाएं विभिन्न सेवाओं का उपयोग करती हैं तो उन्हें इस बात के लिए सजग किया जाना बहुत आवश्यक है l घर पर महिलाओं द्वारा मोबाइल के माध्यम से काम करने की स्थिति में ओटीपी तथा जिस ऐप को काम में ले रहे हैं उसकी भी पूरी सूचना व जानकारी अभाव में नुकसान हो सकता है, अतः महिलाओं को जागरूक बनाने के लिए सरकार को विशेष अभियान चलाकर नवीन तकनीकी से अवगत करवाने पर ध्यान देना चाहिए तभी उपभोक्ता आंदोलन की सार्थकता पूर्ण होगी l

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-