नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली में कैथोलिक बिशप्स कॉन्फ्रेंस ऑफ इंडिया (CBCI) द्वारा आयोजित क्रिसमस समारोह में हिस्सा लिया। यह पहली बार है जब किसी भारतीय प्रधानमंत्री ने कैथोलिक चर्च के मुख्यालय में आयोजित इस तरह के कार्यक्रम में भाग लिया। अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने इसे एक ऐतिहासिक और यादगार अवसर बताया। उन्होंने कहा कि भारत की "विविधता में एकता" ही इसकी सबसे बड़ी ताकत है और यह समारोह इसी भावना का प्रतीक है।
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में जोर दिया कि आज का भारत सभी नागरिकों को साथ लेकर चलने की दिशा में कार्यरत है। उन्होंने कहा, “हमारी सरकार हर व्यक्ति को साथ लेकर चलने का प्रयास कर रही है, चाहे वह किसी भी धर्म, जाति या संस्कृति से हो।” पीएम मोदी ने इस समारोह की तस्वीरें अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' पर साझा कीं। एक पोस्ट में उन्होंने लिखा, “भारतीय कैथोलिक बिशप सम्मेलन द्वारा आयोजित क्रिसमस कार्यक्रम में शामिल होकर गर्व महसूस हुआ।” एक अन्य पोस्ट में उन्होंने CBCI के सदस्यों से बातचीत का जिक्र किया और कार्डिनल ओसवाल्ड ग्रेसियस को उनके 80वें जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं।
प्रधानमंत्री ने CBCI की स्थापना के 80 वर्ष पूरे होने पर सभी सदस्यों को बधाई देते हुए कहा, “मुझे हमेशा आपसे स्नेह और समर्थन मिला है। मैंने पोप फ्रांसिस को भारत आने का निमंत्रण दिया है और यह मेरे लिए गर्व की बात है कि मुझे उनसे दो बार मिलने का अवसर मिला।” CBCI की स्थापना 1944 में हुई थी और यह संस्था भारत के सभी कैथोलिक चर्चों के साथ मिलकर काम करती है। अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने 2014 की एक घटना का जिक्र किया, जब भारत सरकार ने युद्धग्रस्त अफगानिस्तान से फादर एलेक्सिस प्रेम कुमार को सुरक्षित वापस लाया। उन्होंने कहा, “फादर एलेक्सिस 8 महीने तक बंधक बने रहे, लेकिन हमारी सरकार ने उन्हें सुरक्षित वापस लाने के लिए हर संभव प्रयास किए। वह क्षण मेरे लिए अत्यंत संतोषजनक था।” उन्होंने यह भी बताया कि भारत की विदेश नीति केवल कूटनीति तक सीमित नहीं है, बल्कि यह प्रत्येक भारतीय नागरिक को कठिन परिस्थितियों से बचाने की प्रतिबद्धता पर आधारित है।
क्रिसमस ईसाई धर्म का प्रमुख त्योहार है, जिसे यीशु मसीह के जन्म की खुशी में मनाया जाता है। यीशु मसीह ने प्रेम, करुणा और बलिदान का संदेश दिया। उनके जन्म ने दुनिया में आशा और आनंद का संचार किया। प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर सभी को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि ऐसे त्योहार भारत की सांस्कृतिक विविधता और एकता को और अधिक सुदृढ़ बनाते हैं।
Source : palpalindia
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