लाहौर (पाकिस्तान). 26/11 मुंबई आतंकी हमले के साजिशकर्ता और लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के उप प्रमुख अब्दुल रहमान मक्की की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। रिपोर्ट्स के मुताबिक, मक्की को शुक्रवार को दिल का दौरा पड़ने के बाद लाहौर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। मक्की, लश्कर-ए-तैयबा के संस्थापक हाफिज सईद का बहनोई था।
जनवरी 2023 में, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) ने अब्दुल रहमान मक्की को 1267 अल-कायदा प्रतिबंध समिति के तहत वैश्विक आतंकवादी घोषित किया था। इसके बाद मक्की को ISIL (Da'esh) और अल-कायदा प्रतिबंध सूची में डाला गया, जिससे उसकी संपत्तियों की जब्ती, यात्रा प्रतिबंध और हथियारों की खरीद-फरोख्त पर रोक जैसे प्रतिबंध लागू हुए। भारत लंबे समय से मक्की को इस सूची में शामिल करने की मांग कर रहा था, हालांकि चीन द्वारा बार-बार वीटो लगाने के कारण यह कदम देरी से उठाया गया।
मक्की, लश्कर-ए-तैयबा के उप प्रमुख के तौर पर संगठन के राजनीतिक मामलों और धन जुटाने में सक्रिय भूमिका निभाता था। उसने आतंकी गतिविधियों के लिए फंडिंग की व्यवस्था की और संगठन को मजबूत करने में सहयोग दिया। अमेरिका ने मक्की को पहले ही आतंकी घोषित कर रखा था और उसकी गिरफ्तारी पर 2 मिलियन अमेरिकी डॉलर का इनाम घोषित किया था। 2020 में, पाकिस्तान की एक आतंकवाद-रोधी अदालत ने मक्की को आतंकवाद के वित्तपोषण का दोषी ठहराया था और उसे जेल की सजा सुनाई थी। इसके बावजूद, वह लश्कर-ए-तैयबा की गतिविधियों में लगातार शामिल रहा। मक्की की मौत से आतंकवाद की वैश्विक राजनीति में एक और अहम चेहरा खत्म हो गया है।