अब सुई का डर खत्म: IIT बॉम्बे ने बनाई शॉकवेव सिरिंज

अब सुई का डर खत्म: IIT बॉम्बे ने बनाई शॉकवेव सिरिंज

प्रेषित समय :09:30:50 AM / Sat, Dec 28th, 2024
Reporter : पलपल रिपोर्टर

मुंबई. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) बॉम्बे के शोधकर्ताओं ने एक शॉकवेव आधारित सुई रहित सिरिंज विकसित की है, जो त्वचा को बिना चुभाए दर्द रहित और सुरक्षित तरीके से दवा शरीर में पहुंचाती है। यह आविष्कार विशेष रूप से उन लोगों के लिए राहत भरा साबित हो सकता है जो सुई से डरते हैं या बार-बार इंजेक्शन की जरूरत वाले मधुमेह रोगियों के लिए।

आईआईटी बॉम्बे के एयरोस्पेस इंजीनियरिंग विभाग की टीम ने बताया कि पारंपरिक सिरिंज की तुलना में शॉक सिरिंज त्वचा को चुभने की बजाय उच्च-ऊर्जा दबाव तरंगों (शॉक वेव्स) का उपयोग करती है। ये तरंगें ध्वनि की गति से भी तेज गति से त्वचा को भेदती हैं, जिससे दवा को बिना किसी दर्द के शरीर में पहुंचाया जा सकता है।

इस अध्ययन को जर्नल ऑफ बायोमेडिकल मैटेरियल्स एंड डिवाइसेस में प्रकाशित किया गया है। शोध की प्रमुख लेखिका प्रियंका हंकारे ने बताया कि यह सिरिंज दवा को तेज और सुरक्षित तरीके से पहुंचाने के लिए डिज़ाइन की गई है। पारंपरिक सिरिंज को तेज गति या अधिक बल से इस्तेमाल करने पर त्वचा और आंतरिक ऊतकों को नुकसान पहुंच सकता है। इसके विपरीत, शॉक सिरिंज में दबाव की लगातार निगरानी की जाती है और इसे सिंथेटिक त्वचा जैसे टिशू सिमुलेंट्स पर कठोर परीक्षणों के जरिए कैलिब्रेट किया गया है।

शॉकवेव सिरिंज खासतौर पर उन लोगों के लिए मददगार होगी, जो टीकाकरण या चिकित्सा उपचारों में सुई के डर से बचते हैं। इसके अलावा, यह इंसुलिन इंजेक्शन की आवश्यकता वाले मधुमेह रोगियों और बच्चों के लिए भी उपयोगी साबित होगी। शोधकर्ताओं का कहना है कि यह तकनीक सुई के डर को खत्म करने के साथ-साथ दवा के सटीक और सुरक्षित वितरण को सुनिश्चित करती है, जिससे चिकित्सा प्रक्रियाएं अधिक आरामदायक हो सकेंगी।