भारत ने अंतरिक्ष में डॉकिंग तकनीक का सफल परीक्षण के लिए रॉकेट लॉन्च किया

भारत ने अंतरिक्ष में डॉकिंग तकनीक का सफल परीक्षण के लिए रॉकेट लॉन्च किया

प्रेषित समय :12:11:18 PM / Tue, Dec 31st, 2024
Reporter : पलपल रिपोर्टर

भारत ने अंतरिक्ष तकनीक में एक और बड़ी उपलब्धि की ओर कदम बढ़ाया है। सोमवार को इसरो ने स्पेस डॉकिंग तकनीक का परीक्षण करने के लिए दो छोटे उपग्रहों को लेकर पीएसएलवी-सी60 रॉकेट लॉन्च किया। इस मिशन को "स्पेडेक्स" (स्पेस डॉकिंग एक्सपेरिमेंट) नाम दिया गया है, और यह भारत के महत्वाकांक्षी अंतरिक्ष लक्ष्यों की ओर एक अहम कदम है। यह तकनीक अंतरिक्ष में दो यानों को आपस में जोड़ने, अलग करने, और एक इकाई के रूप में काम करने की क्षमता प्रदान करती है। अब तक यह तकनीक केवल तीन देशों – अमेरिका, रूस और चीन के पास थी। भारत इस मिशन के सफल होने पर चौथा ऐसा देश बन जाएगा।

मिशन की मुख्य बातें:
लॉन्च स्थल: श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र।
रॉकेट: पीएसएलवी-सी60।
पेलोड: 220 किलोग्राम वजनी दो उपग्रह और 24 अन्य पेलोड्स।
उद्देश्य: अंतरिक्ष में यानों को सटीकता से जोड़ने और अलग करने की तकनीक विकसित करना।

उपग्रहों को पृथ्वी की कक्षा में 28,800 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से भेजा गया। इसके बाद, उनकी सापेक्ष गति को घटाकर 0.036 किलोमीटर प्रति घंटे तक लाया जाएगा, ताकि दोनों उपग्रहों को जोड़कर एक इकाई के रूप में काम करने लायक बनाया जा सके। यह तकनीक भारत के अंतरिक्ष स्टेशन, चंद्रमा पर मानव मिशन, और उपग्रहों की मरम्मत व सर्विसिंग में उपयोगी होगी। इसरो के मुताबिक, यह मिशन भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम के लिए एक तकनीकी आधार तैयार करेगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम की इस उपलब्धि को सराहा और इसे भविष्य की ओर एक बड़ा कदम बताया। उन्होंने 2040 तक भारत को चंद्रमा पर इंसान भेजने का लक्ष्य घोषित किया है। विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री जितेंद्र सिंह ने इसे भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम के लिए "आवश्यक तकनीकी प्रगति" करार दिया। भारत में अंतरिक्ष के क्षेत्र में निजी कंपनियां भी तेजी से उभर रही हैं। यह मिशन भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम को वैश्विक स्तर पर और सशक्त बनाएगा। स्पेडेक्स मिशन के साथ, भारत का अंतरिक्ष कार्यक्रम एक नई ऊंचाई की ओर अग्रसर है। यह भविष्य में भारत को अंतरिक्ष क्षेत्र में विश्व की अग्रणी शक्तियों के साथ खड़ा करेगा।