नई दिल्ली. 24 बार के ग्रैंड स्लैम चैंपियन और सर्बिया के नोवाक जोकोविच को ब्रिस्बेन इंटरनेशनल टेनिस टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल में अप्रत्याशित हार का सामना करना पड़ा। अमेरिका के विश्व नंबर 293 रीली ओपेल्का ने जोकोविच को सीधे सेटों में 7-6 (6), 6-3 से हराकर सेमीफाइनल में जगह बना ली। ओपेल्का ने अपनी तेज सर्विस का शानदार प्रदर्शन करते हुए पूरे मैच में 16 एस लगाए। दोनों सेट उन्होंने एस लगाकर खत्म किए, जो उनकी जीत की अहम वजह रही।
यह जीत ओपेल्का के करियर की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक है। फरवरी 2022 में उनकी रैंकिंग 17 तक पहुंच गई थी, लेकिन कूल्हे की सर्जरी और ट्यूमर हटाने के कारण उन्हें खेल से लंबा ब्रेक लेना पड़ा। कोर्ट पर वापसी के बाद यह उनकी सबसे बड़ी सफलता है। सेमीफाइनल में ओपेल्का का मुकाबला फ्रांस के जियोवानी पेरीकार्ड से होगा, जिन्होंने याकूब मेंसिक को 7-5, 7-6 से हराया। यह जोकोविच के लिए साल का पहला टूर्नामेंट था, जिसमें उन्हें उम्मीद के विपरीत हार मिली। 12 जनवरी से शुरू हो रहे ऑस्ट्रेलियन ओपन में वह नए कोच एंडी मरे की कोचिंग में उतरेंगे। जोकोविच अब तक रिकॉर्ड 10 बार ऑस्ट्रेलियन ओपन का खिताब जीत चुके हैं और इस बार भी उनसे खिताब की उम्मीदें की जा रही हैं।
जीत के बाद ओपेल्का ने कहा, "नोवाक जोकोविच के खिलाफ खेलने के लिए मेरे पास खोने को कुछ नहीं था। वह इस खेल के सबसे महान खिलाड़ियों में से एक हैं। मैंने उनके खिलाफ बेझिझक खेला और ज्यादा जोखिम उठाया। अगर आप जोकोविच के खिलाफ सामान्य खेलते हैं, तो हार निश्चित है।" यह मैच ओपेल्का की वापसी और आत्मविश्वास का प्रतीक है, जबकि जोकोविच के लिए यह हार एक चेतावनी की तरह है कि ऑस्ट्रेलियन ओपन में उन्हें अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा।