न्यूयार्क. अरबपति उद्योगपति जार्ज सोरोस को अमेरिकी सरकार ने सर्वोच्च नागरिक सम्मान से सम्मानित किया है. यूएस प्रेसिडेंट जो बिडेन ने यह सम्मान प्रदान किया जिसे उनके बेटे एलेक्स सोरोस ने स्वीकार किया. जार्ज सोरोस को सम्मान दिए जाने पर टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने आपत्ति जताई है. जार्ज सोरोस, भारत में भी काफी विवादित रहे हैं. उन पर मोदी सरकार लगातार देश के खिलाफ साजिश का आरोप लगाती रही है. बीजेपी ने जार्ज सोरोस और राहुल गांधी की मिलीभगत का भी आरोप लगाया था. सोरोस को लेकर भारत में राजनीतिक विवाद लगातार उठता रहा है.
एलन मस्क ने जताया विरोध, यह कहा
टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने अरबपति परोपकारी जॉर्ज सोरोस को प्रेसिडेंशियल मेडल ऑफ फ्रीडम से सम्मानित किए जाने की आलोचना करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन को आड़े हाथों लिया है. उन्होंने कहा कि यह हास्यास्पद है कि बिडेन सोरोस को मेडल ऑफ फ्रीडम दे रहे हैं.
क्या है प्रेसिडेंशियल मेडल ऑफ फ्रीडम? इस बार किसे मिला?
अमेरिका में प्रेसिडेंशियल मेडल ऑफ फ्रीडम, सर्वोच्च नागरिक सम्मान होता है. यह नागरिक सम्मान राजनीति, कम्युनिटी सर्विस, सोसाइटी सर्विस, स्पोर्ट्स और आर्ट के क्षेत्र में दिया जाता है. शनिवार को प्रेसिडेंट बिडेन के ऑफिस ने प्रेसिडेंशियल मेडल ऑफ फ्रीडम के लिए नामों का ऐलान किया. 19 विशिष्ट व्यक्तियों को इस बार सम्मानित किया गया है. व्हाइट हाउस के बयान के अनुसार, अरबपति इन्वेस्टर और ओपन सोसाइटी फाउंडेशन के संस्थापक सोरोस को डेमोक्रेसी, ह्यूमन राइट्स, एजुकेशन और सोशल जस्टिस को मजबूत करने वाली ग्लोबल इनिशिएटिव पर ध्यान केंद्रित करने के लिए यूएस के सर्वोच्च सिविलियन अवार्ड से सम्मानित करने का निर्णय लिया गया है. यह सम्मान पाने वालों में पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन, फुटबॉलर लियोनेस मेस्सी, एक्टर माइकल जे फॉक्स आदि शामिल हैं.
आलोचनाओं का बिडेन ने दिया जवाब
सोरोस को अमेरिका के सर्वोच्च नागरिक सम्मान प्रेसिडेंशियल मेडल ऑफ फ्रीडम दिए जाने की आलोचनाओं का प्रेसिडेंट बिडेन ने बचाव किया है. मस्क और कई रिपब्लिकन हस्तियों ने सम्मान को राजनीति से प्रेरित बताया तो प्रेसिडेंट बिडेन ने बचाव करते हुए कहा कि वे ऐसे व्यक्ति हैं जो अमेरिका के मूल्यों को अपनाते हैं और इसकी वैश्विक स्थिति में योगदान देते हैं. ये उन्नीस व्यक्ति महान नेता हैं जिन्होंने हमारे देश और दुनिया के लिए असाधारण योगदान दिया है. वे हमले के दौरान भी अमेरिका के मूल्यों की रक्षा करते हैं.
भारत में भी विवाद के केंद्र में रहे हैं सोरोस
जॉर्ज सोरोस भारत में भी एक राजनीतिक विवाद के केंद्र में रहे हैं. दिसंबर में संसद के शीतकालीन सत्र में सोरोस को लेकर काफी हंगामा हुआ था. बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कांग्रेस पर सोरोस और उनके संगठनों से जुड़े होने का आरोप लगाया. नड्डा ने दावा किया कि कांग्रेस पार्टी भारत को अस्थिर करने के लिए विदेशी ताकतों के एक उपकरण के रूप में काम कर रही है. नड्डा ने सोनिया गांधी और सोरोस द्वारा फंडेड इनिशिएटिव के बीच संबंधों का आरोप लगाया था. जबकि कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खडग़े ने आरोपों को निराधार बताते हुए बीजेपी के कई नेताओं का संबंध होने का दावा किया था.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-