बीजिंग/लंदन/हॉन्ग कॉन्ग. चीन में ह्यूमन मेटा न्यूमो वायरस (एचएमपीवी) का प्रकोप तेज़ी से बढ़ रहा है, जिसके चलते कई राज्यों में इमरजेंसी घोषित कर दी गई है. इस वायरस को कोरोना वायरस से ज़्यादा ख़तरनाक बताया जा रहा है और इसने एक बार फिर मास्क पहनने का दौर ला दिया है.
चीन में बिगड़ते हालातों ने देश को घेर लिया है, जहाँ हज़ारों लोग वायरस के चपेट में आ गए हैं. बुजुर्गों और बच्चों में संक्रमण की गति तेज़ी से बढ़ रही है, जिससे अस्पतालों के बाहर मरीजों की लंबी कतारें देखने को मिल रही हैं. विशेष रूप से चाइल्ड वॉर्ड में सबसे अधिक मरीज दर्ज किए जा रहे हैं. उत्तरी चीन में वायरस का प्रसार तेजी से हो रहा है, और एयरपोर्ट पर भारी भीड़ उमड़ रही है. वायरोलॉजी एक्सपर्ट डॉ. लिन जियाजू के अनुसार, एचएमपीवी अब गंभीर मामलों और मौतों का कारण बन रहा है, जिसका मुख्य कारण लोगों की कमजोर इम्युनिटी और वायरस में म्यूटेशन हो सकता है. यह वायरस अब चीन से दुनिया के अन्य देशों में भी फैलने लगा है, जिससे वैश्विक चिंता बढ़ गई है.
इंग्लैंड में फ्लू का प्रकोप
इंग्लैंड में फ्लू का प्रकोप तेजी से फैल रहा है, जिससे अस्पतालों में फ्लू मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि देखी जा रही है. सभी मरीजों को सांस संबंधी बीमारियां हो रही हैं और पिछले एक महीने में मरीजों की संख्या चार गुना बढ़ गई है. हृ॥स् ने फ्लू को लेकर गंभीर चेतावनी जारी की है. क्रिसमस के दिन 4102 फ्लू के मरीजों को भर्ती कराया गया, और केवल चार दिन बाद, 29 दिसंबर को यह संख्या बढ़कर 5074 हो गई. अस्पतालों में मरीजों की औसत संख्या 4469 बनी हुई है, जिससे स्वास्थ्य संस्थानों पर भारी दबाव पड़ रहा है. इस तेजी से बढ़ते प्रकोप ने जनता में चिंता की लहर दौड़ा दी है और स्वास्थ्य अधिकारियों से प्रभावी उपायों की मांग की जा रही है.
हॉन्ग कॉन्ग तक पहुंचा वायरस
एचएमपीवी वायरस अब हॉन्गकॉन्ग तक भी पहुँच गया है, जिससे स्थानीय अस्पतालों के बाहर सांस संबंधी मरीजों की लंबी कतारें बन गई हैं. इस महामारी से सबसे अधिक प्रभावित बच्चे और बुजुर्ग हैं, जो इस वायरस के कारण गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का सामना कर रहे हैं. अस्पतालों पर बढ़ते दबाव के बीच, स्वास्थ्य अधिकारियों ने त्वरित उपायों की मांग की है ताकि इस वायरस के प्रसार को रोका जा सके और प्रभावित व्यक्तियों को उचित देखभाल प्रदान की जा सके. जनता में सावधानी बरतने और स्वास्थ्य नियमों का पालन करने की अपील की गई है ताकि इस संक्रमण को नियंत्रित किया जा सके और हॉन्गकॉन्ग में स्वास्थ्य व्यवस्था को स्थिर रखा जा सके.
क्या है एचएमपीवी वायरस?
ह्यूमन मेटापीनेमोनोवायरस (एचएमपीवी) एक आरएनए वायरस है जो फ्लू की तरह फैलता है. इसके लक्षण कोरोना महामारी की तरह होते हैं, जैसे कि खांसी, बुखार, नाक बंद होना, गले में खराश और सांस लेने में तकलीफ. दो साल से छोटे बच्चे, बुजुर्ग और कमजोर इम्यूनिटी वाले लोग सबसे अधिक प्रभावित होते हैं. इसके अलावा, अस्थमा और फेफड़ों की बीमारी वाले मरीजों में यह संक्रमण तेजी से फैलता है. एचएमपीवी का प्रकोप स्वास्थ्य संस्थानों पर भारी दबाव डालता है, जिससे प्रभावित व्यक्तियों को समय पर उचित देखभाल प्राप्त करना चुनौतीपूर्ण हो जाता है. इसलिए, इस वायरस के प्रसार को रोकने के लिए सावधानी बरतना और स्वास्थ्य नियमों का पालन करना अत्यंत आवश्यक है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-