नई दिल्ली. हैदराबाद पुलिस ने प्रतिबंधित 'चाइनीज मांझा' की बिक्री पर लगाम लगाने के लिए एक विशेष अभियान चलाया। इस कार्रवाई में 987 बॉबिन्स चाइनीज मांझा जब्त किए गए और कई लोगों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस आयुक्त सी.वी. आनंद के निर्देश पर टास्क फोर्स और स्थानीय पुलिस की संयुक्त टीमों ने यह ऑपरेशन अंजाम दिया।
अभियान के दौरान 14 मामले दर्ज किए गए। सबसे बड़ी जब्ती अफज़लगंज (पूर्वी जोन) में हुई, जहां 360 बॉबिन्स जब्त किए गए। अन्य प्रमुख स्थानों में टप्पाचबूत्रा (दक्षिण-पूर्व जोन) से 162 बॉबिन्स और आसिफ नगर (दक्षिण जोन) से 170 बॉबिन्स शामिल हैं। चाइनीज मांझा नायलॉन की डोर है, जिसे पाउडर ग्लास और मेटल जैसे खतरनाक पदार्थों से कोट किया जाता है। यह डोर कई राज्यों में प्रतिबंधित है, क्योंकि यह इंसानों, पशु-पक्षियों और पर्यावरण के लिए गंभीर खतरा बनती है।
इंसानों के लिए खतरा: यह मांझा मोटरसाइकिल सवारों और पैदल यात्रियों को गंभीर चोट पहुंचा सकता है। कई बार यह घातक साबित होता है।
पशु-पक्षियों को नुकसान: पक्षी इस मांझे में उलझकर घायल हो जाते हैं या उनके अंग कट जाते हैं, जिससे उनकी मृत्यु हो सकती है।
पर्यावरण पर प्रभाव: यह नॉन-बायोडिग्रेडेबल है, जो जल निकासी को बाधित करता है और लंबे समय तक पर्यावरण को नुकसान पहुंचाता है।
चाइनीज मांझा की बिक्री और उपयोग पर पर्यावरण (संरक्षण) अधिनियम, 1986 के तहत सख्त प्रतिबंध है। इस कानून के तहत: उल्लंघन करने पर 5 साल की जेल या 1 लाख रुपये तक का जुर्माना हो सकता है। अपराध जारी रहने पर प्रतिदिन 5,000 रुपये का अतिरिक्त जुर्माना लगाया जा सकता है। गंभीर मामलों में सजा 7 साल तक बढ़ाई जा सकती है।
पुलिस ने जनता से अपील की है कि वे इस प्रतिबंधित सामग्री की खरीद और उपयोग से बचें और ऐसे मामलों की सूचना तुरंत स्थानीय अधिकारियों को दें। इस कार्रवाई का उद्देश्य नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और पर्यावरणीय संतुलन को बनाए रखना है। हैदराबाद पुलिस की यह कार्रवाई चाइनीज मांझा के खिलाफ जागरूकता बढ़ाने और इसे जड़ से खत्म करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।