कई लोगों को छोटी-छोटी बातें भूलने की समस्या होती है, जिसे शुरुआती दौर में अक्सर नजरअंदाज कर दिया जाता है। लेकिन जब यह समस्या बढ़ने लगती है, तो यह कई प्रकार की परेशानियों का कारण बन जाती है। इस विषय पर फोर्टिस अस्पताल की मनोचिकित्सक डॉ. प्रियम शर्मा का कहना है कि इसे चिकित्सा भाषा में ‘फोरगेट फ्लू’ कहा जाता है। इसमें व्यक्ति शुरुआत में मामूली बातें भूलता है, लेकिन स्थिति गंभीर होने पर महत्वपूर्ण और बड़ी बातें भी भूलने लगता है। इससे उसकी रोजमर्रा की जिंदगी पर बुरा असर पड़ता है।
भूलने के मुख्य कारण
तनाव और चिंता- तनाव और चिंता के कारण मस्तिष्क का सामान्य कार्य बाधित हो जाता है, जिससे व्यक्ति को चीजें याद रखने में कठिनाई होती है।
खराब दिनचर्या- पोषण की कमी और शारीरिक गतिविधियों का अभाव भी इस समस्या को बढ़ाता है।
लगातार मानसिक दबाव- किसी खास कार्य में लंबे समय तक ध्यान केंद्रित रखने से दिमाग पर दबाव बढ़ता है, जो याददाश्त को प्रभावित करता है।
समाधान और बचाव के उपाय- अपने आहार में पोषक तत्वों से भरपूर चीजें शामिल करें। जैसे फल, सब्जियां, नट्स, और ओमेगा-3 फैटी एसिड युक्त खाद्य पदार्थ।
नियमित व्यायाम- प्रतिदिन एक्सरसाइज करने से मस्तिष्क में रक्त प्रवाह बेहतर होता है, जिससे याददाश्त मजबूत होती है।
तनाव से बचाव- ध्यान, योग, और रचनात्मक गतिविधियों के जरिए तनाव को कम करें।
मानसिक आराम- समय-समय पर ब्रेक लें और मस्तिष्क को आराम दें। लंबे समय तक एक ही काम में व्यस्त रहने से बचें।