आंध्र प्रदेश: तिरुपति मंदिर में भगदड़ मचने से बड़ा हादसा, 6 श्रद्धालुओं की मौत, टीटीडी ने माफी मांगी

आंध्र प्रदेश: तिरुपति मंदिर में भगदड़ मचने से बड़ा हादसा, 6 श्रद्धालुओं की मौत, टीटीडी ने माफी मांगी

प्रेषित समय :10:10:38 AM / Thu, Jan 9th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

नई दिल्ली. एकादशी के अवसर पर तिरुपति मंदिर में दर्शन के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे थे। मंदिर प्रशासन ने दर्शन के लिए टोकन जारी करने के 91 काउंटर लगाए थे, लेकिन टोकन लेने के लिए लगभग 4,000 लोग कतार में थे। जब सभी को पट्टीडा पार्क जाने का निर्देश दिया गया, तो वहां भीड़ बेकाबू हो गई और भगदड़ मच गई। इस दौरान महिलाएं, बुजुर्ग और बच्चे भी भीड़ का शिकार हो गए। हादसे में 6 लोगों की जान चली गई और 40 से अधिक घायल हुए।

टीटीडी के बोर्ड सदस्य भानु प्रकाश रेड्डी ने हादसे पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा, "हम इस घटना के लिए माफी मांगते हैं। मेडिकल सुविधाएं सभी घायलों को मुहैया कराई जा रही हैं। ऐसा हादसा टीटीडी के इतिहास में पहली बार हुआ है।" टीटीडी के चेयरमैन बी.आर. नायडू ने कहा कि घटना की पूरी रिपोर्ट मुख्यमंत्री को सौंप दी जाएगी। मृतकों में कुछ तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश के निवासी हैं, जिनमें से केवल एक की पहचान हो पाई है।

तिरुपति नगर आयुक्त मौर्य ने बताया कि एमजीएम स्कूल में लगे टोकन काउंटर पर भगदड़ हुई, जहां लगभग 4,000-5,000 लोग एक साथ इकट्ठा हो गए थे। अन्य काउंटरों पर टोकन वितरण शांतिपूर्ण तरीके से हो रहा था। इस हादसे ने प्रशासन पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं:

हादसे का जिम्मेदार कौन है?
टोकन वितरण के लिए सिर्फ 91 काउंटर क्यों लगाए गए?
भीड़ प्रबंधन में इतनी बड़ी चूक क्यों हुई?
पट्टीडा पार्क में लोगों को भेजने का फैसला किसने लिया?
4,000 लोगों को एक साथ शिफ्ट करने की योजना क्यों बनाई गई?

मुख्यमंत्री की प्रतिक्रिया- सीएम कार्यालय से कहा गया है कि हादसे की विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जा रही है। वीडियो फुटेज में भगदड़ का भयावह मंजर देखा जा सकता है, जहां लोग भागते और एक-दूसरे की मदद करते नजर आए। प्रशासन की लापरवाही पर भी सवाल उठ रहे हैं, लेकिन हादसे की सही वजह का पता जांच के बाद चलेगा। श्रद्धालुओं की सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन को लेकर प्रशासन को अब सतर्क रहना होगा ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-