प्रयागराज घूमने का बना रहे हैं प्लान तो इन 5 जगहों को देखना न भूलें

प्रयागराज घूमने का बना रहे हैं प्लान तो इन 5 जगहों को देखना न भूलें

प्रेषित समय :12:27:01 PM / Thu, Jan 16th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

आध्यात्मिक उत्सव के दौरान अगर आप भी प्रयागराज घूमने का प्लान बना रहे हैं तो इन खूबसूरत जगहों का दीदार करना बिल्कुल भी न भूलें. इनमें सबसे खास है त्रिवेणी संगम, जहां गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती नदियों का मिलन होता है. ये जगह हिंदू श्रद्धालुओं के लिए मोक्ष प्राप्ति का प्रतीक मानी जाती है.

त्रिवेणी संगम- प्रयागराज का एक पवित्र स्थल है, जहां गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती नदियों का मिलन होता है. इसे हिन्दू धर्म में मोक्षदायी स्थान माना जाता है, जहां श्रद्धालु स्नान कर अपने पापों का प्रायश्चित करते हैं. ये महाकुंभ और अर्धकुंभ जैसे आयोजनों का सबसे बड़ा केंद्र भी माना जाता है.

बड़े हनुमान मंदिर- अपनी अनोखी लेटी हुई हनुमान जी की विशाल प्रतिमा के लिए प्रसिद्ध है. गंगा तट के पास स्थित ये मंदिर भक्तों के लिए आस्था का केंद्र है. कुंभ और अन्य पर्वों के दौरान यहां श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है.

इलाहाबाद संग्रहालय- प्रयागराज का एक प्रमुख सांस्कृतिक और ऐतिहासिक केंद्र है, जो भारत की समृद्ध विरासत को प्रदर्शित करता है. यहां प्राचीन मूर्तियां, पांडुलिपियां, ऐतिहासिक हथियार, नेहरू परिवार से जुड़े दस्तावेज और कला के अनमोल नमूने संग्रहीत हैं. ये इतिहास प्रेमियों और कला प्रेमियों के लिए एक आकर्षक स्थल है.

आनंद भवन- प्रयागराज का ऐतिहासिक स्थल है, जो भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रमुख नेता पंडित जवाहरलाल नेहरू के पारिवारिक निवास के रूप में प्रसिद्ध है. यहां नेहरू परिवार की ऐतिहासिक धरोहर और स्वतंत्रता संग्राम से जुड़ी कई यादें संरक्षित हैं. ये आज एक संग्रहालय के रूप में जनता के लिए खुला है, जहां भारत के इतिहास को महसूस किया जा सकता है.

खुसरो बाग- एक ऐतिहासिक स्थल है, जो शाही मुगल काल की सुंदरता और वास्तुकला का प्रतीक है. ये बाग सैयद हुसैन बिलगिरी, शाह मियां और मुगल सम्राट शाहजहां के बेटे खुसरो के समाधि स्थल के रूप में प्रसिद्ध है.