श्रीगंगानगर. राजस्थान के श्रीगंगानगर में सूरतगढ़ थर्मल पावर प्लांट के 5 इंजीनियर्स को जिंदा जलाकर मारने की कोशिश की गई है. थार में आए बदमाशों ने पहले जमकर मारपीट की और फिर इनकी गाड़ी को आग लगा दी. हमले में गंभीर घायलों ने बड़ी मुश्किल से खेतों में भागकर अपनी जान बचाई.
पुलिस के अनुसार आरोपियों ने इंजीनियर्स को लूटने का भी प्रयास किया था. घटना बुधवार 15 जनवरी की रात 11.30 बजे सूरतगढ़ के राइयांवाली कस्बे की है. राजियासर पुलिस ने एक नामजद सहित अन्य आरोपियों के खिलाफ गुरुवार 16 जनवरी को मामला दर्ज किया है.
डिनर कर लौट रहे थे, रास्ते में रोककर किया हमला
थर्मल पावर प्लांट एक्सईएन घनश्याम अग्रवाल ने बताया कि जेईएन नरेद्र सिंह देवड़ा, एईएन प्रवीण जाखड़, जेईएन विशाल द्विवेदी व एलएमओ अमित चौधरी पीपेरण के पास 15 जनवरी को एक रिसोर्ट में डिनर करने के लिए गये थे. वापस थर्मल कॉलोनी लौटने दौरान वे राइयांवाली बाइपास के पास टॉयलेट करने के लिए रुके थे. इसी दौरान एक तेज रफ्तार थार गाड़ी आई और बोलेरो के पास रूकी.
थार में सवार एक व्यक्ति ने उनसे पूछा कि कौन हो और यहां कैसे खड़े हो. तब उन्होंने कहा कि वे थर्मल पावर प्लांट में इंजीनियर हैं और कॉलोनी वापस जा रहे हैं. जिसके बाद सभी बदमाश गाड़ी से नीचे उतरे और लाठी, डंडों से उन पर हमला कर दिया. जिससे घनश्याम अग्रवाल और नरेंद्रसिंह देवड़ा घायल हो गए.
बदमाशों की गाड़ी का नंबर नोट किया
पीडि़तों ने पुलिस को बताया कि हमले के दौरान वो अंधेरे में खेतों में भाग गए. बदमाशों ने भी उनका पीछा किया, लेकिन वे बच गए. उसके बाद उन्होंने अपने सीनियर्स और पुलिस को हमले की जानकारी दी. इसके बाद आरोपियों की गाड़ी का भी नंबर नोट किया. इसी के आधार पर पुलिस ने उनकी पहचान की है. हालांकि, इस मामले में अब तक किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हुई है.
बदमाशों ने बोलेरो गाड़ी में लगाई आग
सीआई सतीश यादव ने बताया कि वारदात के बाद बदमाशों ने बोलेरो गाड़ी में आग लगा दी. हमले में घायल एक्सईएन घनश्याम और जेईएन नरेंद्र सिंह के सिर पर चोट लगी है. उन्हें थर्मल की आवासीय कॉलोनी स्थित डिस्पेंसरी में भर्ती कराया गया था. जहां प्राथमिक इलाज के बाद दोनों को छुट्टी मिल गई. पुलिस ने भैरों सिंह नामक व्यक्ति सहित अन्य के खिलाफ केस दर्ज किया है. आरोपी भैरों सिंह थर्मल पावर प्लांट में ही ट्रांसपोर्टेशन का ठेका लेता था. मगर पिछले करीब एक डेढ़ साल से थर्मल प्रशासन ने उसे लापरवाही और अन्य कारणों से ब्लैक लिस्ट कर रखा था. आशंका है कि इसी गुस्से में उसने इंजीनियर्स पर हमला किया है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-