हरियाणा के सोनीपत में बॉलीवुड अभिनेता श्रेयस तलपडे और आलोक नाथ के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है। मामला एक कोऑपरेटिव सोसाइटी से जुड़ा है, जिसने निवेशकों से करोड़ों रुपये जमा कराए और बाद में गायब हो गई। पुलिस ने इस मामले में 13 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। 'ह्यूमन वेलफेयर क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी' नामक इस संस्था ने 2016 में मध्य प्रदेश के इंदौर में रजिस्ट्रेशन कराया था और हरियाणा सहित कई राज्यों में फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) और आवर्ती जमा (आरडी) योजनाओं में निवेश का ऑफर दिया। निवेशकों को आकर्षक ब्याज दरों और बड़े-बड़े इंसेंटिव का लालच देकर उनके पैसे जमा कराए गए।
सोसाइटी ने मल्टी-लेवल मार्केटिंग (एमएलएम) मॉडल के तहत 250 से अधिक शाखाओं के जरिए 50 लाख से ज्यादा लोगों को जोड़ा। यह दावा किया गया कि निवेशकों का पैसा सुरक्षित है। एजेंट घर-घर जाकर लोगों को निवेश के लिए प्रेरित करते थे और बड़े होटल्स में कार्यक्रम आयोजित कर निवेशकों को आश्वासन दिया जाता था।
सोसाइटी ने शुरुआती वर्षों में निवेशकों को उनकी मैच्योरिटी राशि लौटाई। लेकिन जैसे-जैसे कारोबार बड़ा हुआ, एजेंटों के इंसेंटिव रोक दिए गए और निवेशकों को भुगतान बंद कर दिया गया। इसके बाद सोसाइटी के अधिकारी "सिस्टम अपग्रेडेशन" का बहाना बनाते रहे। जब निवेशकों ने दफ्तरों का रुख किया, तो वहां ताले लटके मिले और अधिकारी फरार हो चुके थे। शिकायत मिलने के बाद सोनीपत पुलिस ने श्रेयस तलपडे और आलोक नाथ समेत 13 लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, श्रेयस और आलोक नाथ ने सोसाइटी की योजनाओं का प्रचार किया था।