कश्‍मीर में वंदे भारत एक्सप्रेस की शुरुआत, दुनिया के सबसे ऊंचे पुल से गुजरेगी ट्रेन

कश्‍मीर में वंदे भारत एक्सप्रेस की शुरुआत, दुनिया के सबसे ऊंचे पुल से गुजरेगी ट्रेन

प्रेषित समय :12:13:54 PM / Sat, Jan 25th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

नई दिल्ली. जम्मू-कश्मीर के यात्रियों के लिए बड़ी खुशखबरी है क्योंकि वंदे भारत एक्सप्रेस का ट्रायल सफलतापूर्वक पूरा हो चुका है और अब यह ट्रेन अपनी यात्रा शुरू करने के लिए तैयार है। यह विशेष ट्रेन कश्मीर की भौगोलिक और मौसमीय परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए डिज़ाइन की गई है, खासकर ठंडी और बर्फीली जलवायु को ध्यान में रखते हुए इसमें कई विशेष सुविधाएं दी गई हैं।

वंदे भारत एक्सप्रेस दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे पुल, चेनाब ब्रिज और भारत के पहले केबल-स्टेड रेल ब्रिज, अंजी खाद ब्रिज से होकर गुजरेगी, जो इसे और भी खास बनाता है। यह ट्रेन माइनस 30 डिग्री सेल्सियस के तापमान में भी बेहतरीन तरीके से चल सकेगी, जिससे जम्मू-कश्मीर के कड़ाके की ठंड और बर्फबारी का सामना करते हुए यात्रियों को कोई परेशानी नहीं होगी। इसके कोच में विशेष वॉटर टैंक और हीटिंग पाइपलाइन का उपयोग किया गया है, जो पानी को जमने से रोकते हैं। ड्राइवर केबिन में ट्रिपल एयर विंड स्क्रीन और हीटेड फिलामेंट का इस्तेमाल किया गया है, जिससे बर्फबारी के दौरान भी शीशों पर बर्फ जमने की संभावना खत्म हो जाती है।

वंदे भारत एक्सप्रेस की डिज़ाइन और गति चेन्नई स्थित इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) द्वारा तैयार की गई है, जिससे यह ट्रेन और भी आरामदायक और तेज़ है। इसमें हवाई जहाज जैसी सुविधाएं जैसे आरामदायक सीटें, एयर कंडीशनिंग, और बेहतर तापमान नियंत्रण व्यवस्था दी गई है। यह ट्रेन कटरा और श्रीनगर के बीच चलाई जाएगी, जिससे माता वैष्णो देवी और श्रीनगर की यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को सुविधा होगी। कटरा से श्रीनगर की यात्रा ट्रेन महज 3 घंटे 10 मिनट में पूरी करेगी।

जब ट्रेन का ट्रायल जम्मू स्टेशन पर पहुंचा, तो यात्रियों ने खुशी से भारत माता की जय के नारे लगाए और सेल्फी ली। इसका मतलब है कि लोग इस ट्रेन की सेवाओं के शुरू होने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। हालांकि, इस ट्रेन के संचालन की तारीख अभी घोषित नहीं की गई है, लेकिन रेलवे बोर्ड की योजना के मुताबिक अगले महीने तक इसे शुरू करने की संभावना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस ट्रेन को कटरा से हरी झंडी दिखाएंगे, जिसके बाद यह ट्रेन कश्मीर घाटी में यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए एक अहम परिवहन साधन बन जाएगी।