अनिल मिश्र/रांची. आदिवासियों का प्रदेश झारखंड प्रदेश में एक बार फिर एक आदिवासी बेटी की अस्मत लूटने के बाद उसे मार डाला गया है. दरअसल गोड्डा जिले के सुंदर पहाड़ी थाना क्षेत्र के तसरिया गांव यह आज घटना हुई है. किशोरी के परिजनों का आरोप है कि दूसरे समुदाय का एक लड़का उनकी को उठा ले गया और रेप के बाद मार डाला. घटना की सूचना के बाद पुलिस भी घटनास्थल पर पहुंची और मामले को लेकर जांच में जुट गई है. फिलहाल किशोरी के शव को पुलिस ने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया है.
घटना को लेकर किशोरी की मां ने बताया कि दूसरे समुदाय के युवक अनवर अंसारी मेरी बेटी को जबरदस्ती अपने घर ले गया और उसके साथ दुष्कर्म कर उसे दवा खिलाकर मार डाला. उन्होंने बताया कि वे दोनों कुछ दिनों से साथ थे. फोन पर बात करते थे , लेकिन मेरी बेटी उसके साथ रहना नहीं चाहती थी. वह अपने जाति के लड़के के साथ शादी करना चाहती थी. गुरुवार को अनवर जबरदस्ती उसको लेकर गया और उसके साथ गलत काम कर उसे दवा देकर मार डाला. जब मौत हो गई तो शव को लेकर पहुंचा दिया. घटना के बाद से पूरा परिवार सदमे में है.एक किशोरी की इस प्रकार से मौत होने की सूचना के बाद आसपास के इलाके के लोग भी पहुंचे और आक्रोश जाहिर किया.
हालांकि घटना को लेकर पुलिस हर पहलू पर बारीकी से जांच कर रही है. सभी से पूछताछ कर रही है. हालांकि शव के पोस्टमार्टम के बाद ही सब कुछ सामने आ पाएगा कि किशोरी की मौत कैसे हुई है .वहीं भारतीय जनता पार्टी से गोड्डा के सांसद निशिकांत दुबे ने इस घटना को लेकर एक बार फिर बांग्लादेशी घुसपैठ का मुद्दा उठाया. दुबे ने एक्स पर लिखा, हमारे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी के विधानसभा क्षेत्र बरहेट की यह घटना है. गोड्डा मेरा भी जिला है, कॉग्रेस के नीतियों के कारण पूरा संथालपरगना बांग्लादेशी घुसपैठिया से भर चुका है, आदिवासी लड़कियों के साथ जबरन शादी, बलात्कार, जमीन हथियाना आम बात है.
आदिवासी की संख्या 45 प्रतिशत से घटकर केवल 25 प्रतिशत रह गई है.जार्ज सोरोस, बंग्लादेश के प्रधानमंत्री युनूस व कांग्रेस की तिकड़ी हमारा अस्तित्व समाप्त कर देगी.जबकि भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बाबू लाल मरांडी ने राज्य सरकार को घेरते हुए कहा कि झारखंड में आदिवासी बेटियों के बलात्कार और उनकी हत्या का सिलसिला कब रुकेगा? महिलाओं को 2500 के सहायता की आड़ में आप आदिवासी बेटियों के साथ हो रहे अत्याचार को नहीं छुपा सकते. यदि महिला सम्मान के नाम पर आपको वाहवाही लूटने का शौक है, तो आदिवासी बेटियों के हत्या की जिम्मेदारी भी आपके सिर माथे ही मढ़ी जाएगी!
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-