एमपी : जबलपुर में 5 घंटे तक थाना में एफआईआर कराने बैठी रही रेप पीडि़ता, घर से अपहरण कर नाबालिगा के साथ दुष्कर्म

एमपी : जबलपुर में 5 घंटे तक थाना में एफआईआर कराने बैठी रही रेप पीडि़ता, घर से अपहरण कर नाबालिगा के साथ दुष्कर्म

प्रेषित समय :17:08:37 PM / Tue, Mar 4th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

पलपल संवाददाता, जबलपुर। एमपी के जबलपुर स्थित पाटन क्षेत्र में नाबालिगा का अपहरण कर रेप किया गया। नाबालिगा परिजनों के साथ थाना पाटन पहुंची, जहां पर महिला अधिकारी न होने के कारण करीब पांच घंटे तक नाबालिगा को एफआईआर कराने थाना में ही बैठना पड़ा। इसके बाद बेलखेड़ा से महिला अधिकारी आई जिन्होने बयान लिए। इसके बाद नाबालिगा को पाटन स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचाया गया। यहां पर भी डाक्टर न मिलने पर रानी दुर्गावती एल्गिन अस्पताल रेफर किया गया। 
                                   खबर है कि पाटन के एक गांव में रहने वाली नाबालिगा सोनू (परिवर्तित नाम) नवमीं कक्षा में अध्ययनरत है। जो अपने माता-पिता के साथ ही रहती है, बड़े भाई पड़ोस में घर लेकर निवासरत है। बीती परिजन घर का दरवाजा लगाना भूल गए। देर रात गोलू नामक बदमाश घर के अंदर आया, उसे पहले तो लगा कि भाई आए होगें। नाबालिगा बाहर आई तो बदमाश ने उसका मुंह दबाया और धमकी देते हुए खेत ले गया। यहां पर मारपीट करते हुए रेप किया और खेत में छोड़कर भाग निकला। देर रात परिजनों की नींद खुली तो पाया कि नाबालिगा अपने बिस्तर पर नहीं है, जिससे परिवार के लोग घबरा गए। उन्होने अपने स्तर पर रात में ही तलाश शुरु कर दी। इसके बाद किशोरी की मां फिर कमरे में पहुंची तो पाया कि नाबालिगा का मोबाइल फोन भी नही है, फोन किया तो बेटी ने रोते हुए बताया कि वह घर के पीछे खेत में पड़ी है। इतना सुनते ही परिजन दौड़कर खेत में पहुंचे, जहां पर बेटी बेसुध हालत में पड़ी थी, जिसके पैरों में कांटे चुभे हुए थे। परिजनों ने किसी तरह पानी छिंड़कर उठाया वह किसी तरह उठी और जानकारी दी इसके बाद फिर बेहोश हो गई। दूसरे दिन नाबालिगा को लेकर परिजन सीधे थाना पाटन पहुंचे जहां पर महिला अधिकारी न होने के कारण पांच घंटे तक थाना में ही परिजन नाबालिगा को लेकर बैठे रहे। इस बात की जानकारी जब वरिष्ठ अधिकारियों को लगी तो तत्काल ही बेलखेड़ा थाना से महिला सब इंस्पेक्टर पहुंची  और किशोरी के बयान लेकर एफआईआर दर्ज की। पुलिस ने आरोपी गोलू चढ़ार को सरगर्मी से तलाश करते हुए गिरफ्तार कर लिया। इधर पीडि़ता तो पाटन स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचाया गया, जहां पर डाक्टर के न होने पर रानी दुर्गावती एल्गिन अस्पताल  रेपर किया। जहां पर नाबालिगा की मेडिकल जांच की गई।