* प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी, बॉलीवुड एस्ट्रो एडवाइजर (व्हाट्सएप- 8875863494)
* भौम प्रदोष व्रत - 11 मार्च 2025, मंगलवार
* प्रदोष व्रत पूजा - 18:40 से 21:05
* शुक्ल त्रयोदशी प्रारम्भ - 08:13, 11 मार्च 2025
* शुक्ल त्रयोदशी समाप्त - 09:11, 12 मार्च 2025
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मुंबई. तमाम योग्यताओं के बावजूद मंगल दोष के कारण विवाह में विलंब होता है, विवाह में बाधाएं आती हैं, कई बार अच्छी-खासी आय होने के बावजूद ऋण बढ़ता जाता है, तो खान-पान को लेकर सतर्क होने के बावजूद, व्यायाम करने के बावजूद, असाध्य रोग पीछा नहीं छोड़ते हैं, ऐसे में मंगल प्रदोष व्रत जादू का असर दिखाता है, जब भी समय मिले, इन मंत्रों का जाप करें....
* ओम मंगलनाथ महादेवाय नमः
* ओम ऋणमुक्तेश्वर महादेवाय नमः
* ओम रोगमुक्तेश्वर महादेवाय नमः
शिवकृपा प्राप्त करने के लिए हर महीने के कृष्ण और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी पर प्रदोष व्रत किया जाता है.
भोलेनाथ जब प्रसन्न होते हैं तो समस्त दोष समाप्त कर परम प्रसन्नता, परम सुख प्रदान करते हैं, प्रदोष व्रत-पूजा बहुत ही सरल है क्योंकि भोलेनाथ एकमात्र देव हैं जो पवित्र मन से की गई पूजा से ही प्रसन्न हो जाते हैं.
शिवोपासना में दुर्लभ मंत्र और कीमती पूजा सामग्री की जरूरत नहीं है, सच्चे मन से... जाप करें और शिवलिंग पर सर्वसुलभ पवित्र जल चढ़ाएं.
सुख का अहसास कराता है- शांत मन और दुख का कारण है- अशांत मन, शिवोपासना से तुरंत मानसिक शांति प्राप्त होती है.
प्रदोष व्रत में दिनभर निराहार रहकर सायंकाल पवित्र स्नान करने के बाद श्वेत वस्त्रों में शांत मन से भगवान शिव का पूजन किया जाता है.जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है, प्रदोष व्रत को करने से हर प्रकार के दोष मिट जाते है.
इस व्रत के प्रमुख देवता शिव हैं इसलिए उनके साथ-साथ शिव परिवार की आराधना विशेष फलदायी मानी जाती है.
विभिन्न दिनों के प्रदोष व्रत का अलग-अलग महत्व और प्रभाव होता है....
रविवार के दिन प्रदोष व्रत हमेशा स्वस्थ रखता है, सोमवार के दिन प्रदोष व्रत करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं, मंगलवार को प्रदोष व्रत रखने से ऋण-रोग से मुक्ति मिलती है, बुधवार के दिन यह व्रत करने सर्व कामना सिद्धि होती है, बृहस्पतिवार के प्रदोष व्रत से शत्रुओं का नाश होता है, शुक्रवार प्रदोष व्रत से सौभाग्य की वृद्धि होती है, शनिवार प्रदोष व्रत से संतान सुख की प्राप्ति होती है, संपूर्ण वर्ष प्रदोष व्रत संपूर्ण सुख प्रदान करता है!
श्री त्रिपुरा सुंदरी धर्म-कर्म पंचांग : 11 मार्च 2025
शक सम्वत 1946, विक्रम सम्वत 2081, अमान्त महीना फाल्गुन, पूर्णिमान्त महीना फाल्गुन, वार मंगलवार, पक्ष शुक्ल, तिथि द्वादशी - 08:13 तक, नक्षत्र अश्लेशा - 02:15, (12 मार्च 2025) तक, योग अतिगण्ड - 13:18 तक, करण बालव - 08:13 तक, द्वितीय करण कौलव - 20:39 तक, सूर्य राशि कुम्भ, चन्द्र राशि कर्क - 02:15, (12 मार्च 2025) तक, राहुकाल 15:41 से 17:10, अभिजित मुहूर्त 12:18 से 13:06
चौघड़िया- 11 मार्च 2025, मंगलवार
दिन का चौघड़िया
रोग - 06:45 से 08:14
उद्वेग - 08:14 से 09:44
चर - 09:44 से 11:13
लाभ - 11:13 से 12:42
अमृत - 12:42 से 14:12
काल - 14:12 से 15:41
शुभ - 15:41 से 17:10
रोग - 17:10 से 18:40
रात्रि का चौघड़िया
काल - 18:40 से 20:10
लाभ - 20:10 से 21:41
उद्वेग - 21:41 से 23:11
शुभ - 23:11 से 00:42
अमृत - 00:42 से 02:12
चर - 02:12 से 03:43
रोग - 03:43 से 05:13
काल - 05:13 से 06:44
* चौघडिय़ा का उपयोग कोई नया कार्य शुरू करने के लिए शुभ समय देखने के लिए किया जाता है.
* दिन का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* रात का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्यास्त से अगले दिन सूर्योदय के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* अमृत, शुभ, लाभ और चर, इन चार चौघडिय़ाओं को अच्छा माना जाता है और शेष तीन चौघडिय़ाओं- रोग, काल और उद्वेग, को उपयुक्त नहीं माना जाता है.
* यहां दी जा रही जानकारियां संदर्भ हेतु हैं, स्थानीय समय, परंपराओं और धर्मगुरु-ज्योतिर्विद् के निर्देशानुसार इनका उपयोग कर सकते हैं, क्योंकि यहां दिया जा रहा समय अलग-अलग शहरों में स्थानीय समय के सापेक्ष थोड़ा अलग हो सकता है.
* अपने ज्ञान के प्रदर्शन एवं दूसरे के ज्ञान की परीक्षा में समय व्यर्थ न गंवाएं क्योंकि ज्ञान अनंत है और जीवन का अंत है!
आज का राशिफल -
मेष राशि:- साझेदारी में धन का निवेश लाभकारी रहेगा. पारिवारिक दायित्व की पूर्ति करेंगे. स्थानादि परिवर्तन के योग बनेंगे. स्त्री पक्ष से विरोध का सामना करना पड़ेगा.
वृष राशि:- तकनीकी खराबी के कारण आप के कार्य लंबित होंगे. आप की लापरवाही से कार्यक्षेत्र में समस्या उत्पन्न हो सकती है. व्यस्तता के कारण निजी जीवन में उथल पुथल संभव है.
मिथुन राशि:- आप के पिता के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी. पुराने रोगों से परेशान रहेंगे. प्रभावशाली व्यक्तियों से लाभ मिलेगा. संपर्क क्षेत्र का विस्तार होगा. नौकरी में बदलाव होगा.
कर्क राशि:- परिवार में शुभ प्रसंग के अवसर आएंगे. परिजनों के सहयोग से ही कार्य होगा. भाग्य साथ देगा और आप की समस्या का समाधान होगा. जिस किसी पर आप शंका कर रहे हैं वह गलत है.
सिंह राशि:- कारोबार में समय व परिस्थिति में सुधार होगा. कम समय में काम को पूरा करेंगे. शुभ समाचार, लेखा-जोखा के कार्य में विशेष सावधानी बरतें. आप का अपना आप को धोखा दे सकता है.
कन्या राशि:- तेल तिलहन में धन निवेश करते समय सावधानी बरतने की आवश्यकता है. समय शुभ व अनुकूल होगा. घर में शुभ व मांगलिक कार्यों की योजना बनेगी. संतान के वैवाहिक प्रस्ताव सफल होंगे.
तुला राशि:- लंबे समय से अटके रोजगार से संबंधित कार्य पुरे होंगे. नौकरी में कोई नया प्रस्ताव मिल सकता है. सरकारी कामों में सफलता मिलेगी. आलस्य, प्रमाद से बचें. यात्रा से धन प्राप्त होगा.
वृश्चिक राशि:- अनजाने में हुई गलती से दुखी होंगे. कार्यस्थल पर नई जिम्मेदारी मिल सकती है. समय मध्यम रहेगा. परिस्थिति में पहले से कुछ सुधार होगा. मन में आलस्य व निश्क्रियता के भाव होंगे.
धनु राशि:- कारोबार विस्तार के लिए समय उपयुक्त है. जिस काम को हाथ में लेंगे, उसमें सफलता मिलेगी. भावनात्मक स्तर पर महत्वपूर्ण निर्णय लेने पड़ सकते हैं. आपके कार्य की प्रशंसा होगी.
मकर राशि:- कई दिनों से अधूरे काम आज पुरे होंगे. धन की स्थिति में सुधार होगा. परिवार में शुभ प्रसंग होंगे तथा स्वास्थ्य में सुधार होगा. चित्त प्रसन्न रहेगा. शुभ व अनुकूल समाचार प्राप्त होंगे.
कुम्भ राशि:- आपकी मनमर्जी के कारण नुकसान होने की संभावना है. अपने व्यवहार में नर्मी लाएं. यात्रा के योग है. नकारात्मकता हावी होने से निर्णय लेने में विलंब होगा.
मीन राशि:- किसी की भी निंदा न करें. अपनों से व्यवहार कमजोर होगा. दोस्तों के साथ मनोरंजन आदि में समय व्यतित होगा. व्यापार में नई योजनाओं का शुभारंभ होगा. कार्यक्षेत्र में सामंजस्य जरूरी है.
* आचार्य पं. श्रीकान्त पटैरिया (ज्योतिष विशेषज्ञ) वाट्सएप नम्बर 7879372913
* यहां राशिफल चन्द्र के गोचर पर आधारित है, व्यक्तिगत जन्म के ग्रह और अन्य ग्रहों के गोचर के कारण शुभाशुभ परिणामों में कमी-वृद्धि संभव है, इसलिए अच्छे समय का सद्उपयोग करें और खराब समय में सतर्क रहें.