बिहार के किशनगंज में ड्रग माफिया ने एसएसबी के जवानों को बंधक बनाकर पिटा, पांच जवान घायल, होली के पहले से नशा के सौदागरों के निशाने पर बिहार में पुलिस

बिहार के किशनगंज में ड्रग माफिया ने एसएसबी के जवानों को बंधक बनाकर पिटा

प्रेषित समय :15:49:37 PM / Tue, Mar 18th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

अनिल मिश्र/ पटना 

रंग और उमंग का त्योहार होली दो दिन पहले खत्म हो गया है, लेकिन शराबबंदी वाले बिहार में नशा के सौदागरों के निशाने पर बिहार पुलिस के जवानों के बाद अब‌ देश की सुरक्षा में लगे सरहदों पर तैनात सुरक्षा बलों को भी धंधेबाज नहीं बक्श रहे हैं. बिहार में 2016 से पूरे राज्य में शराबबंदी है, लेकिन इसके धंधेबाज होम डिलीवरी तक कर रहे हैं.जैसा कि विपक्ष आरोप लगाते रहा है. वैसे तो बिहार में शराबबंदी पूर्ण रूप से लागू है, लेकिन चोरी छुपे इसकी तस्करी होने से प्रतिदिन भारी मात्रा में बिहार के सीमा क्षेत्र में पुलिस द्वारा पकड़े जाते हैं. बिहार में शराबबंदी होने के बाद सुखे नशा भांग, गांजा, अफीम, हिरोइन और चरस जैसे मादक पदार्थों की बिक्री पूरे प्रदेश में धड़ल्ले से हो रहा है.

जहां इन मादक पदार्थों की बिक्री बिहार पुलिस के लिए चुनौती बन गई. वहीं यहां के आम लोगों में खासकर युवा वर्ग नशे के दलदल में फंसते जा रहे हैं. जबकि नशा के कारोबारियों के लिए अकूत संपत्ति का मालिक बनने में सबसे बड़ा रोजगार पैदा कर दिया है. होली के दो दिन पहले गत बुधवार को बिहार के अररिया में एक शादी समारोह में नशे के एक कारोबारी अनमोल यादव को पकड़ने गई बिहार पुलिस में एएसआई राजीव कुमार मल्ल  की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी. उसके बाद तो यह परिपाटी ही चल पड़ी है. इसी सिलसिले में आज नशे के कारोबारियों ने अररिया से सटे किशनगंज में एसएसबी के पांच जवानों को बंधक बनाकर पिटाई कर दिया.
 
बिहार में लगातार पुलिस पर हमले पर हमलों की घटना सामने आ रही है. आज सोमवार को किशनगंज जिले के  बेलवा में असामाजिक तत्वों ने एसएसबी के जवानों पर हमला बोल दिया जिसमें पांच जवान घायल हो गए. आज बिहार के किशनगंज में सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के पांच जवानों के साथ बंधक बनाकर मारपीट की गई. घटना नगर थाना क्षेत्र के बेलवा गांव की है जहां एसएसबी जवान एक ड्रग तस्कर को पकड़ने गये थे. जिला पुलिस की मदद से एसएसबी की टीम ने उन्हें मुक्त कराया गया.

इस संबंध में बताया जाता है कि बंधक बनाए गए एसएसबी जवानों की पहचान राजेश सुधु, रामचंद्र कुमार, धर्मेंद्र कुमार, सुखदेव कुमार और राजेश साहनी के रूप में हुई है. ये जवान ड्रग तस्करों का पीछा कर रहे थे और जब बेलवा गांव पहुंचे, तो ग्रामीणों ने जवानों को अपहरणकर्ता बताकर शोर मचा दिया. शोर सुनकर बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर पहुंच गए और आनन फानन में ग्रामीणों ने जवानों को घेर लिया और उन्हें बंधक बना लिया. सभी जवान एसएसबी की 19वीं बटालियन के हैं.दरअसल एसएसबी 19 वीं बटालियन को कुछ इनपुट मिला था. जिसके बाद एक टीम कुछ अपराधियों का पीछा कर रही थी.

एसएसबी की टीम ने जब किशनगंज के बेलवा में तस्करों को दबोचा तो उन्होंने हल्ला करना शुरू कर दिया कि उनका अपहरण किया जा रहा है.इस संबंध में  पुलिस ने बताया कि बंधक बनाए जाने के बाद ग्रामीणों द्वारा जवानों के साथ बुरी तरह मारपीट की गई. सूचना मिलने के बाद भारी पुलिस बल के साथ एसडीपीओ गौतम कुमार गांव पहुंचे और हालात को नियंत्रण में लेते हुए सभी जवानों को मुक्त कराया. एसडीपीओ ने बताया कि ग्रामीणों ने विवाद के बाद एसएसबी जवानों को बंधक बना लिया और उनके साथ मारपीट की. हालांकि उन्होंने बताया कि जवानों को मुक्त कराकर पुलिस थाने ले जाया गया. गांव में पुलिस का ऑपरेशन चलाया जा रहा है.

इस बीच  एसडीपीओ ने कहा कि जवानों को बंधक बनाने और उनके साथ मारपीट करने में शामिल लोगों की पहचान करने की कार्रवाई की जा रही है. पहचान हो जाने के बाद आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा और उचित कार्रवाई की जाएगी. जो लोग ड्रग का अवैध कारोबार करते हैं उनकी पहचान कर कार्रवाईकी जाएगी. बंधक से मुक्त कराए गये सभी एसएसबी जवान स्वस्थ हैं.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-