भारत में मोटापा घटाने-टाइप 2 मधुमेह के लिए साप्ताहिक इंजेक्शन मौनजारो (टिर्जेपेटाइड) लॉन्च

भारत में मोटापा घटाने-टाइप 2 मधुमेह के लिए साप्ताहिक इंजेक्शन मौनजारो (टिर्जेपेटाइड) लॉन्च

प्रेषित समय :14:59:05 PM / Thu, Mar 20th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

नई दिल्ली. एमएनसी फार्मा प्रमुख एली लिली ने भारत के केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) से मंजूरी मिलने के बाद मोटापे व टाइप 2 मधुमेह के लिए साप्ताहिक इंजेक्शन मौनजारो (टिर्जेपेटाइड) लॉन्च किया है. कंपनी ने जारी  विज्ञप्ति में भारत में मौनजारो की कीमत का उल्लेख नहीं किया गया है. अमेरिका व  यूरोप में इस दवा की मजबूत मांग देखी गई है. भारत में इसका लॉन्च उभरते बाजारों में अभिनव उपचारों तक पहुंच का विस्तार करने की लिली की व्यापक रणनीति का हिस्सा है.

कंपनी दवा तक सस्ती पहुंच सुनिश्चित करने के लिए स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओ, बीमा कंपनियों व नीति निर्माताओं के साथ काम कर रही है. यह दवा अब एकल खुराक वाली शीशी में उपलब्ध है जो दो प्रमुख हार्मोनों, जीआईपी व जीएलपी-1 को सक्रिय करके काम करती है. जो रक्त शर्करा के स्तर व भूख को नियंत्रित करने में मदद करते हैं. भारत में मोटापा व टाइप 2 मधुमेह तेजी से बढ़ रहे हैंव जिससे ये बड़ी स्वास्थ्य चुनौतियां बन गए हैं. लिली इंडिया के अध्यक्ष विंसलो टकर ने कहा कि कंपनी जागरूकता बढ़ाने और उपचार विकल्पों को बेहतर बनाने के लिए सरकार और स्वास्थ्य सेवा उद्योग के साथ काम कर रही है.

उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य मोटापे व मधुमेह से पीडि़त लोगों को स्वस्थ जीवन जीने में मदद करना है. मौनजारो का लॉन्च भारत में अभिनव दवाइयां लाने की हमारी प्रतिबद्धता का हिस्सा है. जुलाई 2024 में भारत के शीर्ष औषधि नियामक के अधीन एक विषय विशेषज्ञ समिति ने लिली के टिर्जेपेटाइड को हरी झंडी दे दी थी. जो उनकी लोकप्रिय दवाओं मौंजारो व जेपबाउंड में सक्रिय घटक है. मौनजारो की 2.5 मिलीग्राम की शीशी की कीमत 3.500 रुपये व 5 मिलीग्राम की शीशी की कीमत 4375 रुपये है.

नियंत्रित नैदानिक परीक्षण में आहार व व्यायाम के साथ मौनजारो लेने वाले वयस्कों ने 72 सप्ताह में उच्चतम खुराक (15 मिलीग्राम) पर औसतन 21.8 किलोग्राम और निम्नतम खुराक (5 मिलीग्राम) पर 15.4 किलोग्राम वजन कम किया. भारत में लगभग 101 मिलियन लोग मधुमेह से पीडि़त हैं. उनमें से लगभग आधे लोगों का रक्त शर्करा नियंत्रण ठीक से नहीं है. मोटापा मधुमेह के लिए एक प्रमुख जोखिम कारक है. यह उच्च रक्तचाप, हृदय रोग व नींद संबंधी विकारों जैसी कई स्वास्थ्य समस्याओं से जुड़ा हुआ है. 2023 में लगभग 100 मिलियन भारतीय मोटापे से प्रभावित थे.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-