अनिल मिश्र/पटना
सुशासन बाबू के सरकार वाले बिहार प्रदेश की पुलिस अपने अलग-अलग कारनामों की वजह से अक्सर चर्चा में रहा करता है. वैसे ही पिछले कुछ दिनों से बिहार प्रदेश के विभिन्न जिलों में खाकी पर हमले की खबरें भी काफी सुर्खियां बटोरी है . जिसके कारण राज्य सरकार एवं पुलिस की कार्यशैली पर सवाल भी उठ रहे थे. अब प्रदेश के मुजफ्फरपुर जिले में खाकी को लेकर एक ऐसी खबर आई है जिसे सुनकर आप चौंक जाएंगे.
दरअसल यहां एक पिता ने आरोप लगाया है कि जब वो अपने लापता बेटे की फरियाद लेकर थाने में गए तो दारोगा जी ने उनसे दो किलो लहसुन और पांच सौ रुपये डिमांड कर दिए.दरअसल मुजफ्फरपुर जिले के मीनापुर थाना क्षेत्र के पिपराहां गांव से 5 दिसंबर 2022 से लापता युवक अजीत कुमार का अबतक कोई सुराग नहीं मिल पाया है. युवक की बरामदगी के लिए परिजन लगातार थाने का चक्कर लगाकर थक गए हैं.
इस गांव से लापता बेटे के लाचार पिता योगेंद्र भगत ने आरोप लगाया कि जब भी थाने पर जाता हूं, तो पुलिस पदाधिकारी डांट कर भगा देते हैं. थाने के दरोगा के द्वारा कहा गया कि दो किलो लहसुन और पांच सौ रुपये लेकर आओ, तभी मामले में कार्रवाई की जाएगी. इस पूरे मामले को लेकर पीड़ित योगेंद्र भगत ने अधिवक्ता एसके झा के माध्यम से बिहार मानवाधिकार आयोग एवं राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में दो अलग-अलग याचिकाएं दो दिन पहले दाखिल की हैं. अब यह देखना लाजिमी होगा कि पिछले तीन सालों से थाने का चक्कर लगाने वाले एक असहाय पिता को लापता बेटे की खोज या उसके बारे में जानकारी मानवाधिकार आयोग से कब मिल पाता है.
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