लखनऊ. समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने आज भारतीय जनता पार्टी के गौशालाओं पर ध्यान देने की तुलना अपनी पार्टी के परफ्यूम पार्कों पर जोर देने से करके राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया. उन्होंने कहा कि भाजपा को दुर्गंध पसंद है क्योंकि वह गौशालाएं बनाती है. जबकि सपा को सुगंध पसंद है, इसलिए उसने परफ्यूम पार्क विकसित किए हैं. उनके इस बयान की भाजपा ने तीखी आलोचना की है और उन पर हिंदू मान्यताओं का अपमान करने का आरोप लगाया है.
भाजपा प्रवक्ता प्रेम शुक्ला ने कहा कि गाय पालने वाले परिवार में जन्म लेने के बाद भी अखिलेश यादव को गौशालाओं से दुर्गंध आ रही है. मुलायम सिंह यादव का कोई इत्र का कारोबार नहीं था. वह खुद गौपालक थे. अखिलेश यादव ने जिस तरह से गौशालाओं से दुर्गंध आने की बात कही है. वह उनके परिवार के खिलाफ देशद्रोह है. उनका परिवार उन्हें माफ नहीं करेगा. भाजपा नेता शहजाद पूनावाला ने कहा कि समाजवादी पार्टी, जो अब वोट बैंक के लिए समर्पितवादी पार्टी बन गई ह. लगातार हिंदू.सनातन संस्कृति का अपमान कर रही है. यह उनकी मानक संचालन प्रक्रिया बन गई है. उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी भी गायों को बचाने की वकालत करते थे क्या वह भी गलत थे. समाजवादी पार्टी को माफी मांगनी चाहिए.
पहले उन्होंने राणा सांगा पर टिप्पणी करके देश के राष्ट्रवादियों का अपमान किया. अब वे हिंदू सनातन संस्कृति के अनुयायियों का अपमान कर रहे हैं. भाजपा सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि इससे गायों व सनातन के प्रति उनकी नफरत का पता चलता है. भाजपा सांसद संबित पात्रा ने कहा कि एक तरफ अखिलेश यादव को गायों में दुर्गंध दिखती है. दूसरी तरफ राहुल गांधी के साथी कांग्रेस विधायक को दूसरे धर्मों पर खुलेआम हमला करने वाले संतों में बैल दिखते हैं. यदि आप भारत में रहकर सनातन का विरोध करते हैं तो आपको भारत में राजनीति करना बंद कर देना चाहिए. यादव ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा था कि इन लोगों (भाजपा) को बदबू पसंद है इसलिए वे गौशालाएं बनवा रहे हैं. हम समाजवादी हैं, हम विकास चाहते हैं. हमें खुशबू पसंद है, इसलिए हम परफ्यूम पार्क बनवा रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार बैल पकड़ रही है या नहीं, वे तो उस पैसे को भी खा जा रहे हैं.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-