शनि ग्रह आकाशमंडल के न्यायाधीश है, कर्मानुसार फल प्रदान करना उनका मुख्य कार्य है, कुछ राशियों और लग्न में शनिदेव उत्तम फल देते है तो कई राशियों में अत्यंत कष्टकारी फल मिलते है, आइए देखते है कौनसी है वो राशि
*कर्क, सिंह लग्न राशि और वालो के लिए शनि अष्टम और सप्तम स्थान का स्वामी होकर अत्यंत अशुभ फल देते है, यदि कुंडली में चंद्र और सूर्य पर शनि की दृष्टि भी तो कष्ट और बढ़ जाते है, इस दशा में शनि की शांति, पूजन पाठ और परहेज से आप शनि की पीड़ा कम कर सकते है, अहंकार शनिदेव को बिल्कुल पसंद नहीं है, सेवा से वो प्रसन्न होते है, इसके अलावा हनुमत भक्ति और जन कल्याण के कार्यों से वो अच्छे परिणाम देते है, गुरु माता पिता की सेवा से भी अच्छे परिणाम प्राप्त होते है.
*कन्या,वृश्चिक, धनु और मीन राशि वालो को भी शनि की महादशा भारी कष्ट देती है, यदि कुंडली में शनिदेव की बैठक अच्छी नहीं हो तो अशुभ परिणाम मिलते है.
पंडित चंद्रशेखर नेमा हिमांशु
9893280184
शनि की दशा अशुभ जाती है, इन राशि और लग्न वालो को

प्रेषित समय :19:44:21 PM / Thu, Apr 3rd, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर