OMG: अस्पताल में एक ही फ्लोर पर काम करने वाली 10 नर्सों को हो गया ब्रेन ट्यूमर

OMG: अस्पताल में एक ही फ्लोर पर काम करने वाली 10 नर्सों को हो गया ब्रेन ट्यूमर

प्रेषित समय :16:25:38 PM / Sat, Apr 5th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

नई दिल्ली. अमेरिका के मैसाचुसेट्स राज्य से एक बेहद हैरान करने वाला और गंभीर मामला सामने आया है. यहां के न्यूटन-वेलेस्ली अस्पताल में एक ही मंजिल पर काम करने वाली कम से कम 10 नर्सों में ब्रेन ट्यूमर की पुष्टि हुई है, जिससे स्वास्थ्य कर्मियों और प्रशासन में चिंता बढ़ गई है.

सीबीएस न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, यह मामला अस्पताल की पांचवीं मंजिल पर स्थित मैटरनिटी केयर सेंटर (प्रसूति देखभाल केंद्र) से जुड़ा है. 1 अप्रैल को इस फ्लोर पर कार्यरत 11 नर्सों से बातचीत में यह खुलासा हुआ कि हाल ही में पांच नर्सों को ब्रेन ट्यूमर का पता चला है. इससे पहले भी इसी फ्लोर पर काम कर चुकीं 6 अन्य नर्सें इस गंभीर बीमारी का शिकार हो चुकी हैं.

एक पीड़ित नर्स ने बताया कि पहले भी कई सहयोगियों के साथ यह समस्या हो चुकी है और कुछ नर्सें ब्रेन ट्यूमर की सर्जरी भी करवा चुकी हैं. नर्सों का आरोप है कि अस्पताल प्रशासन इस गंभीर पैटर्न पर ध्यान नहीं दे रहा है और न ही कोई सुधारात्मक कार्रवाई कर रहा है. उनका कहना है कि उन्हें अस्पताल से पर्याप्त मदद भी नहीं मिल रही है. एक नर्स ने चिंता जताते हुए कहा, यह सिर्फ संयोग नहीं हो सकता. इसके पीछे की वजह जानना बेहद जरूरी है.

मामले के सामने आने के बाद, अस्पताल प्रशासन ने सीडीसी (रोग नियंत्रण एवं निवारण केंद्र) के दिशानिर्देशों का पालन करते हुए जांच करवाई. अस्पताल का दावा है कि पांचवीं मंजिल पर रेडिएशन (विकिरण) और आसपास के माहौल की जांच की गई है, लेकिन पर्यावरण में ऐसी कोई असामान्य बात नहीं मिली है जिससे ब्रेन ट्यूमर होने का खतरा हो. अधिकारियों का यह भी कहना है कि अस्पताल में पीने के पानी की नियमित जांच होती है और पांचवीं मंजिल पर किसी भी प्रकार का अतिरिक्त रेडिएशन नहीं पाया गया है. अस्पताल ने लंबे समय तक मास्क पहनने से ब्रेन ट्यूमर होने के किसी भी ज्ञात संबंध से भी इनकार किया है.

स्वास्थ्य विशेषज्ञ मानते हैं कि आयनकारी विकिरण कुछ प्रकार के ट्यूमर का कारण बन सकता है. हालांकि, उनका यह भी कहना है कि ऐसा विकिरण आमतौर पर पूरे शरीर को प्रभावित करता है, केवल मस्तिष्क को नहीं, जब तक कि विकिरण सीधे सिर को लक्षित न करे. फिलहाल, यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि एक ही कार्यस्थल पर इतनी सारी नर्सें ब्रेन ट्यूमर का शिकार क्यों हो रही हैं. अस्पताल प्रशासन के दावों के बावजूद, कर्मचारियों में चिंता व्याप्त है और इस रहस्यमय क्लस्टर के कारणों का पता लगाने की मांग जोर पकड़ रही है.

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