आगरा में धमाके के साथ 5 दुकानें अचानक ढही, कई मजदूर दबे, मची अफरातफरी

आगरा में धमाके के साथ 5 दुकानें अचानक ढही, कई मजदूर दबे

प्रेषित समय :17:42:36 PM / Sun, Apr 6th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

आगरा. आगरा के आवास विकास सेक्टर-7 में धमाके के साथ पांच दुकानें ढह गईं. आसपास के दुकानदार और स्थानीय निवासी घर और फ्लैटों से बाहर निकल आए. धूल का गुबार देख किसी ने भूकंप तो किसी ने समझा बम फट गया. हादसे वाली दुकानों के सामने एटा कॉम्प्लेक्स में आशीष जैन की ऑटो पार्ट्स की दुकान है.

उन्होंने बताया कि तेज धमाके के साथ चारों तरफ धूल उडऩे लगी. उन्हें लगा कोई बम फट गया. थोड़ी देर बाद पता चला कि दुकानें ढह गईं. केके नगर की विनीता हादसे के दौरान वहां से गुजर रही थीं. उनका कहना है कि अचानक धमाके साथ धूल उड़ी तो उन्हें लगा भूकंप आ गया.

बिल्डिंग मैटेरियल विक्रेता ने बताया कि हादसा होने के समय वह सामने बैठे थे. धमाका और धूल का गुबार देख आसपास अफरातफरी मच गई. लोग घरों से बाहर आ गए. उन्हें लगा भूकंप तो नहीं आ गया. बाद में पता चला कि दुकानें ढह गईं. सोनू जैन ने कहा कि आसपास के फ्लैटों में रहने वाले भी सड़क पर आ गए थे.

क्षेत्रीय लोगों ने बताया कि परचून दुकानदार बृजेश की दुकान के बगल में ही पहले ठेके खुले थे. एक अप्रैल से नए टेंडर के बाद दूसरी जगह करीब 200 मीटर की दूरी पर नया ठेका खुल गया. पर, शराब पीने वाले लोग इसी परचून की दुकान पर नमकीन, पानी की बोतल, गिलास आदि लेने के लिए आते हैं. रात में यहां भीड़ बढ़ जाती थी, लोग खड़े भी रहते थे. अगर, यह हादसा रात में होता तो कई लोगों की जान जा सकती थी.

हादसे के बाद पुलिस ने सेक्टर-4 चौकी के पास बैरियर लगा दिए. वाहनों का आवागमन रोक दिया गया. इसी तरह सेक्टर-1 की तरफ से आने वाले वाहनों को रोकने के लिए भी बैरियर लगाए गए. घटनास्थल पर काफी भीड़ होने से बचाव कार्य में वक्त ज्यादा लगा. लोगों को हटाने के लिए बार-बार पुलिस को मशक्कत करनी पड़ रही थी.

आवास विकास में पांच दुकानें ढहीं, दो भाइयों की मौत

आगरा में आवास विकास कॉलोनी के सेक्टर-7 में पुलिस चौकी के पास शनिवार शाम बड़ा हादसा हुआ. दो दुकानों के बीच की दीवार हटाने के दौरान पांच दुकानें छत सहित ढह गईं. दुकान मालिकों समेत नौ लोग मलबे में दब गए. तीन घंटे तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन में पुलिस और स्थानीय लोगों ने मलबे से घायलों को निकाला. हादसे में दो भाइयों किशनचंद उपाध्याय और विष्णु उपाध्याय की मौत हो गई. सात घायल हैं.

आवास विकास कॉलोनी के सेक्टर-7 निवासी शिवशंकर शर्मा के घर के अगले हिस्से में पांच दुकानें बनी हैं. शिवशंकर पत्नी विजयलक्ष्मी के साथ रहते हैं. उन्होंने अपनी एक दुकान भांजे ब्रजेश और त्रिलोकी को दे रखी है, जो परचून की दुकान चलाते हैं.  दूसरी दुकान शिवशंकर के भाई किशनचंद और तीसरी विष्णु की है. अन्य दो दुकानों में तीसरे भाई पुष्कर जबकि पांचवीं दुकान विष्णु की पत्नी रेखा की है. पुष्कर और विष्णु की दुकानों में शराब का ठेका चलता था, जो एक अप्रैल को बंद हो गया. इसके बाद दोनों भाई दुकानों के बीच की दीवार तोड़कर दायरा बड़ा करा रहे थे.

मलबे में दब गए मजदूर और अन्य लोग

बल्लियां लगी थीं और मजदूर काम कर रहे थे. त्रिलोकी की दुकान भी खुली थी. दोपहर करीब 3:30 बजे अचानक सभी पांच दुकानें भरभराकर गिर गईं. दुकानों में काम कर रहे लोग और ग्राहक मलबे में दब गए.

जेसीबी की मदद से मलबे में दबे लोगों को निकाला

लोगों ने सेक्टर-4 पुलिस चौकी के सिपाहियों की मदद से बचाव कार्य शुरू किया. कुछ ही देर में जगदीशपुरा थाने की फोर्स भी पहुंच गई. इस दौरान लोहे का गर्डर लगने से इंस्पेक्टर आनंदवीर सिंह घायल हो गए. पुलिस ने जेसीबी की मदद से मलबे में दबे लोगों को निकाला. एक मजदूर के दोनों पैर लोहे के जाल में दबे थे. कटर से काटने पर पैर कटने का डर था. काफी जद्दोजहद के बाद उसे निकाला जा सका.

मलबे में ये लोग भी दबे थे

मजदूर अर्जुन निवासी टीकमगढ़ मध्य प्रदेश, ग्राहक सोनू निवासी बसई खुर्द ताजगंज और दीपक सेन निवासी सेक्टर 8, जगदीशपुरा, ब्रजेश शर्मा दुकानदार, अजय चहर निवासी बीधा नगर बोदला, पुष्कर उपाध्याय, किशन और विष्णु उपाध्याय मलबे में दबे थे, जिन्हें निकालकर अस्पताल पहुंचाया गया. 

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-