आज का दिनः बुधवार, 9 अप्रैल 2025, एकादशी व्रत का पारण द्वादशी तिथि समाप्त होने से पहले करना जरूरी माना जाता है!

आज का दिनः बुधवार, 9 अप्रैल 2025, एकादशी व्रत का पारण द्वादशी तिथि समाप्त होने से पहले करना जरूरी माना जाता है!

प्रेषित समय :00:29:42 AM / Wed, Apr 9th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

-प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी, बॉलीवुड एस्ट्रो एडवाइजर (व्हाट्सएप- 8875863494)
* कामदा एकादशी - मंगलवार, 8 अप्रैल 2025
* पारण का समय - 06:17 से 08:48, 9 अप्रैल 2025
* पारण के दिन द्वादशी समाप्त होने का समय - 22:55
* एकादशी तिथि प्रारम्भ - 7 अप्रैल 2025 को 20:00 बजे
* एकादशी तिथि समाप्त - 8 अप्रैल 2025 को 21:12 बजे

पारण, व्रत को पूरा करने को कहा जाता है. एकादशी व्रत के अगले दिन सूर्योदय के बाद पारण करते हैं.
एकादशी व्रत का पारण द्वादशी तिथि समाप्त होने से पहले करना जरूरी माना जाता है. एकादशी व्रत का पारण हरिवासर की अवधि में भी नहीं होता है.
हरिवासर द्वादशी तिथि की पहली एक चौथाई समयावधि होती है.
व्रत पूर्ण हो जाने के बाद पहले भोजन के लिए सबसे सही समय सवेरे होता है.
मध्याह्नकाल में पारण से बचें लेकिन सवेरे किसी कारण से पारण नहीं हो पाए तो मध्याह्न के बाद पारण करना चाहिए.
कभी-कभी एकादशी व्रत दो दिनों के लिए लगातार हो जाता है तब स्थानीय मान्यताओं के अनुसार पहली या दूजी एकादशी करनी चाहिए.
श्रीविष्णुभक्त ऐसे अवसर पर दोनों एकादशी करते हैं.
संन्यास और मोक्ष प्राप्ति के इच्छुक श्रीनारायणभक्तों को दूजी एकादशी का व्रत करना चाहिए.
यथासंभव व्रत नियमों का पालन करना चाहिए तथा किसी भी प्रकार की उलझन होने पर स्थानीय धर्मगुरु के निर्देशानुसार निर्णय करना चाहिए.
जानबूझ कर नियमों के उल्लंघन से ही व्रतभंग होता है इसलिए अनजाने में हुई गलती के लिए मन में आशंकाएं नहीं पालें और व्रत के अंत में पारण के समय जाने-अनजाने हुई गलतियों के लिए अपनी भाषा और भाव में श्रीविष्णुदेव से क्षमा प्रार्थना कर भोजन ग्रहण करें!
श्री त्रिपुरा सुंदरी दैनिक धर्म-कर्म पंचांग : 9 अप्रैल 2025
शक सम्वत 1947, विक्रम सम्वत 2082, अमान्त महीना चैत्र, पूर्णिमान्त महीना चैत्र, वार बुधवार, पक्ष शुक्ल, तिथि द्वादशी - 22:55 तक, नक्षत्र मघा - 09:57 तक, योग गण्ड - 18:26 तक, करण बव - 10:00 तक, द्वितीय करण बालव - 22:55 तक, सूर्य राशि मीन, चन्द्र राशि सिंह, राहुकाल 12:34 से 14:08, अभिजित मुहूर्त - नहीं है. 
दैनिक चौघड़िया- 9 अप्रैल 2025, बुधवार
दिन का चौघड़िया
लाभ - 06:17 से 07:51
अमृत - 07:51 से 09:25
काल - 09:25 से 11:00
शुभ - 11:00 से 12:34
रोग - 12:34 से 14:08
उद्वेग - 14:08 से 15:42
चर - 15:42 से 17:17
लाभ - 17:17 से 18:51
रात्रि का चौघड़िया
उद्वेग - 18:51 से 20:17
शुभ - 20:17 से 21:42
अमृत - 21:42 से 23:08
चर - 23:08 से 00:33
रोग - 00:33 से 01:59
काल - 01:59 से 03:25
लाभ - 03:25 से 04:50
उद्वेग - 04:50 से 06:16
* चौघडिय़ा का उपयोग कोई नया कार्य शुरू करने के लिए शुभ समय देखने के लिए किया जाता है.
* दिन का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* रात का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्यास्त से अगले दिन सूर्योदय के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* अमृत, शुभ, लाभ और चर, इन चार चौघडिय़ाओं को अच्छा माना जाता है और शेष तीन चौघडिय़ाओं- रोग, काल और उद्वेग, को उपयुक्त नहीं माना जाता है.
* यहां दी जा रही जानकारियां संदर्भ हेतु हैं, स्थानीय समय, परंपराओं और धर्मगुरु-ज्योतिर्विद् के निर्देशानुसार इनका उपयोग कर सकते हैं, क्योंकि यहां दिया जा रहा समय अलग-अलग शहरों में स्थानीय समय के सापेक्ष थोड़ा अलग हो सकता है.
* अपने ज्ञान के प्रदर्शन एवं दूसरे के ज्ञान की परीक्षा में समय व्यर्थ न गंवाएं क्योंकि ज्ञान अनंत है और जीवन का अंत है!
आज का राशिफल -
मेष राशि:- किया गया पुरुषार्थ सार्थक होगा. शासन सत्ता का सहयोग रहेगा. पारिवारिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी. शिक्षा और प्रतियोगिता के क्षेत्र में किया गया श्रम सार्थक होगा.

उपाय:- भगवती दुर्गा को लाल चुनरी अर्पित करें.

वृष राशि:- आर्थिक पक्ष मजबूत होगा. संतान के दायित्व की पूर्ति होगी. किसी कार्य के संपन्न होने से आपके प्रभाव तथा वर्चस्व में वृद्धि होगी. रिश्तों में मधुरता आएगी.

उपाय:- मस्तक पर हल्दी का तिलक लगाएं.

मिथुन राशि:- स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहने की आवश्यकता है. बुध के मार्गी होने से पारिवारिक दायित्व की पूर्ति होगी. व्यावसायिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी. आर्थिक पक्ष मजबूत होगा.

उपाय:- शिव परिवार की पूजा करें.

कर्क राशि:- संतान के दायित्व की पूर्ति होगी. आार्थिक पक्ष मजबूत होगा. उपहार या सम्मान में वृद्धि होगी. रिश्तों में निकटता आएगी. रचनात्मक प्रयास फलीभूत होंगे.

उपाय:- भगवान कार्तिकेय की पूजा करें.

सिंह राशि:- पारिवारिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी. महिला राजनेता का सहयोग मिलेगा. निजी संबंध प्रगाढ़ होंगे. उपहार या सम्मान में वृद्धि होगी. जीविका के क्षेत्र में प्रगति होगी.

उपाय:- भगवान श्रीगणेश की पूजा कर घर से निकलें.

कन्या राशि:- बुध के मार्गी होने से आत्मबल में वृद्धि होगी. सामाजिक कायोर् में रुचि लेंगे. आर्थिक और व्यावसायिक पक्ष मजबूत होगा. उपहार या सम्मान में वृद्धि होगी.

उपाय:- पूजा स्थान पर पानी से भरा तांबे का कलश रखें. …

तुला राशि:- स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहने की आवश्यकता है. भागदौड़ रहेगी. पारिवारिक कायोर् में रुचि लेंगे. आर्थिक पक्ष मजबूत होगा. रचनात्मक कार्यों में प्रगति होगी.

उपाय:- पक्षियों के लिए छत पर दाना डालें.

वृश्चिक राशि:- ससुराल पक्ष से सहयोग मिलेगा. उपहार या सम्मान में वृद्धि होगी. सामाजिक कार्यों में रुचि लेंगे. व्यक्ति विशेष का सहयोग रहेगा. रिश्तों में मधुरता आएगी.

उपाय:- घर के बाहर हल्दी से स्वस्तिक बनाएं.

धनु राशि:- शासन सत्ता का सहयोग मिलेगा. किसी कार्य के संपन्न होने से आपके प्रभाव तथा वर्चस्व में वृद्धि होगी.सामाजिक कायोर् में रुचि लेंगे. मधुर संबंध बनेंगे.

उपाय:- किसी कांटेदार पौधे जैसे कैक्टस में पानी डालें.

मकर राशि:- पारिवारिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी. आर्थिक पक्ष मजबूत होगा. गृह उपयोगी वस्तुओं में वृद्धि होगी, लेकिन जीवनसाथी के कारण तनाव रहेगा. वाणी पर संयम रखें.

उपाय:- हल्दी, केसर और चंदन मिलाकर लक्ष्मीजी को तिलक लगाएं.

कुम्भ राशि:- व्यावसायिक योजना फलीभूत होगी. स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें. आर्थिक पक्ष मजबूत होगा. रिश्तों में मधुरता आएगी. रचनात्मक कार्यों में मन लगाएं.

उपाय:- भगवान श्रीगणेश की पूजा कर घर से निकलें.

मीन राशि:- पारिवारिक जीवन सुखमय होगा. धन, यश, कीर्ति में वृद्धि होगी. सामाजिक कार्यों में रुचि लेंगे. किसी कार्य के संपन्न होने से आपके प्रभाव में वृद्धि होगी.

उपाय:- गुरु को पीले वस्त्र भेंट करें.
 * आचार्य पं. श्रीकान्त पटैरिया (ज्योतिष विशेषज्ञ)  वाट्सएप नम्बर 7879372913
* यहां राशिफल चन्द्र के गोचर पर आधारित है, व्यक्तिगत जन्म के ग्रह और अन्य ग्रहों के गोचर के कारण शुभाशुभ परिणामों में कमी-वृद्धि संभव है, इसलिए अच्छे समय का सद्उपयोग करें और खराब समय में सतर्क रहें.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-