भोपाल लॉबी में लोको फोरमैन एवं मान्यता प्राप्त यूनियन के दबाव में नियम विरुद्ध हो रहे कार्य, WCREU ने जीएम को लिखा पत्र, कार्यवाही की मांग

भोपाल लॉबी में लोको फोरमैन एवं मान्यता प्राप्त यूनियन के दबाव में नियम विरुद्ध हो रहे कार्य

प्रेषित समय :14:13:49 PM / Sun, Apr 13th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

भोपाल. पश्चिम मध्य रेलवे के भोपाल रेल मंडल के भोपाल स्थित लॉबी में लोको फोरमैन एवं मान्यता प्राप्त संगठन के दबाव में नियम विरुद्ध कार्य लगातार जारी है. पूर्व में डबलूसीआरईयू द्वारा इस अनियमितता पर कार्रवाई करने की मांग प्रशासन से से की थी, किंतु उस पर कोई कार्यवाही अब तक नहीं किये जाने पर एक  बार फिर पमरे की महाप्रबंधक महोदया को पत्र लिखकर अनेक अनियमितता की ओर ध्यान आकृष्ट कराते हुए अविलंब कार्यवाही की मांग की गई है.

डबलूसीआरईयू ने पमरे महाप्रबंधक को लिखे पत्र में कहा गया है कि भोपाल मुख्यालय के रनिंग स्टाफ ने सामूहिक प्रतिवेदन के माध्यम से पुन: यूनियन को अवगत कराया है कि लोको पायलट मेल का ड्राफ्टेड कार्यकाल 03 वर्ष अक्टूबर में पूर्ण होने पर उनके स्थान पर दो अन्य ए. एल. एफ. की पोस्टिंग भोपाल लॉबी में कर दी गई है एवं नए पदस्थ ए. एल. एफ ने अपने पद पर कार्य करना नवंबर में प्रारंभ भी कर दिया है लेकिन अभी तक भी इनको रिफ्रेशर कराकर अपने मूल कार्य पर गाड़ी परिचालन हेतु नहीं भेजा गया है.

इसके पीछे लोको फोरमैन भोपाल की मिलीभगत एवं सीधे रूप में श्री आर. के. शर्मा को नियम विरुद्ध लाभ पहुंचाने का का कृत्य है. श्री आर. के. शर्मा का ड्राफ्टेड कार्यकाल एल. एफ में अक्टूबर 2024 में समाप्त हो चुका है उसके बाद इन्हे 03.02.2025 से 18.02.2025 तक भुसावल में रिफ्रेशर कोर्स के लिये जाना था लेकिन इन्होने सिक कर दी एवं नहीं गये. इसके पश्चात पुन: 01.04.2025 वाले बैच में इन्हें नामित किया गया लेकिन इन्होने पुन: सिक कर दी एवं नहीं गये. अभी वर्तमान में इनका नाम 23.04.2025 वाले बैच में नामित है लेकिन यह पुन: सिक करने की व्यवस्था कर चुके हैं एवं आगामी बैच में भी नहीं जाने की योजना बना रहे है, जिससे इन्हें लाईन पर कार्य न करना पड़े.

सीएमएस भोपाल की भूमिका भी संदिग्ध

यूनियन ने जीएम का ध्यान आकृष्ट कराते हुए कहा है कि इस पूरे प्रकरण में सीएमएस भोपाल की भूमिका भी स्पष्ट रूप से दिखाई पड़ती है, क्योंकि प्रत्येक बैच में उपरोक्त कर्मचारी को बिना किसी बिमारी के इनके द्वारा सिक में लिया जा रहा है जबकि टीआरओ प्रशासन द्वारा सीएमएस को उपरोक्त कर्मचारी के ट्रेनिंग संबंधी सभी विवरण से अवगत करा दिया गया है फिर भी इन्हें अनावश्यक रूप से सीएमएस द्वारा सिक में लिया जाता है एवं यह सिक के दौरान भी अस्पताल में भर्ती ना रह कर दिन भर नेतागिरी करते हैं एवं अस्पताल को भी अपने संगठन के क्रियाकलापों का अड्डा बना रह हैं. लोको फोरमेन भोपाल द्वारा जो स्वयं भी एक मान्यता प्राप्त संगठन के पदाधिकारी है, उनके द्वारा अपने दूसरे पदाधिकारी श्री आर. के. शर्मा को आंख बन्द करके सहयोग दिया जा रहा है, उल्लेखनीय है कि

ट्रेनिंग में नहीं जाने का कर रहे तरह-तरह के जतन, फोरमैन पहुंचा रहे लाभ

श्री आर.के. शर्मा केवल ए.सी. ट्रेक्शन ट्रेंड है लेकिन जनवरी माह में लोको फोरमैन भोपाल द्वारा इन्हें इटारसी में आई.सी कोर्स में भेज दिया गया जिसके यह पात्र नहीं थे तथा वहां 3 दिन टाईम पास कर वापस आ गये, ताकि इन्हें अन्य बैच में ना जाना पड़ें. लोको फोरमैन भोपाल द्वारा इस प्रकार गलत ट्रेनिंग भेजना एवं कर्मचारी द्वारा इस ट्रेनिंग में जाना घोर भ्रष्टाचार प्रदर्शित करता है जिसके लिये लोको फोरमैन एवं कर्मचारी श्री आर. के. शर्मा पर कठोर अनुशासनात्मक कार्यवाही होनी चाहिये. क्योंकि यह मैन पावर के साथ साथ रेल संसाधन का गंभीर दुरुपयोग है.

यूनियन ने की यह मांग, रिफ्रेशर कोर्स में भेजा जाए

यूनियन का अनुरोध है कि कर्मचारी श्री आर. के. शर्मा को आगामी 23.04.2025 से प्रारंभ हो रहे रिफ्रेशर कोर्स में हर हाल में भेजा जाए तथा सीएमएस भोपाल को भी इन्हें बैच की अवधि में अनावश्यक रूप से सिक में नहीं लेने हेतु पाबंद किया जाये, ताकि कर्मचारी निर्धारित प्रशिक्षण प्राप्त कर अपने मूल कार्य पर जा सकें.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-