पलपल संवाददाता, नीमच। एमपी के नीमच स्थित सिंगोली क्षेत्र में 6 बदमाशों ने तीन जैन मुनियों पर देर रात उस वक्त हमला कर दिया। जब वे हनुमान मंदिर में रुके थे। हमलावर रात को लूट के इरादे से लाठी व धारदार हथियार लेकर पहुंचे और वारदात को अंजाम दिया। हालांकि दो बदमाशों को तो लोगों ने मौके से ही पकड़ लिया। घटना के बाद जैन समाज के लोग आक्रोशित हो गए, जिन्होने नगर बंद कर प्रदर्शन किया। वहीं पुलिस ने सभी 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर जुलूस निकाल दिया।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जैन संत शैलेष मुनि जी, बलभद्र मुनि जी व मुनींद्र मुनि जी महाराज विहार पर हैं। वे सिंगोली से नीमच जाने के लिए निकले। रात को वे कछाला गांव के पास हनुमान मंदिर में विश्राम के लिए रुके गए। इस दौरान तीन बाइक से कुछ बदमाश वहां पहुंचे। पहले उन्होंने मंदिर के सामने बैठकर शराब पी। उन्हें जैन मुनि मंदिर में दिखे तो पास जाकर उनसे रुपए रुपए मांगने लगे। जब मुनियों ने मना कियाए तो हमला कर दिया। जान बचाने के लिए एक जैन मुनि सड़क की ओर भागे। उन्होंने रास्ते से गुजर रहे बाइक सवार से मदद मांगी। उससे समाज के लोगों को फोन करने के लिए कहा। बाइक सवार ने जैन समाज के कुछ लोगों को फोन किया। खबर मिलते ही कछाला गांव के लोग पहुंच गए, लोगों को आते देख बदमाश भागे, इनमें से दो को लोगों ने पकड़ लिया। कुछ पल बाद पुलिस अधिकारी भी पहुंच गए। जिन्होने पहले तो हमले में घायल मुनियों ने अस्पताल ले जाने की बात कही लेकिन उन्होने इनकार कर दिया, इसके बाद सभी को जैन स्थानक भवन में रखा गया है। जैन मुनियों पर हमले की खबर आग की तरह फैल गई। देखतते ही देखते लोग एकत्र हो गए, जिन्होने घटना पर आक्रोश व्यक्त किया, यहां तक कि सिंगोली नगर बंद रखा गया। शाम को जैन समाज ने मौन जुलूस निकालकर प्रशासन को ज्ञापन सौंपा और आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की। वही पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए 6 आरोपियों को सरगर्मी से तलाश करते हुए बंदी बना लिया है। पकड़े गए आरोपी राजस्थान के चित्तौडग़ढ़ के रहने वाले हैं। पुलिस ने आरोपियों का जुलूस निकाला। इस दौरान जैन समाज के लोग भी पहुंचे और आरोपियों पर कड़ी कार्यवाही करने के लिए नारेबाजी की।
पुलिस गिरफ्त में आरोपी-
-गणपत पिता राजू नायक निवासी चित्तौडग़ढ़
-गोपाल पिता भगवान निवासी चित्तौडग़ढ़
-कन्हैयालाल पिता बंशीलाल निवासी चित्तौडग़ढ़
-राजू पिता भगवान भाई निवासी चित्तौडग़ढ़
-बाबू शर्मा पिता मोहन शर्मा निवासी चित्तौडग़ढ़
-एक नाबालिग
जैन मुनियों ने नहीं ली दवा
घायल जैन मुनियों को सिंगोली अस्पताल ले जाया गया। जैन परंपरा के अनुसार रात में इलाज नहीं किया जाता, इसलिए घायल मुनियों ने रात में दवा नहीं ली। इलाज न करवाने पर भी वे अड़े रहे। आज सुबह जैन स्थानक भवन में इलाज शुरू किया गया।
जैन समाज ने निकाला मौन जुलूस-
घटना के विरोध में सिंगोली शहर पूरी तरह बंद रहा। शाम करीब 4.30 बजे जैन समाज के लोगों ने मौन जुलूस निकाला। इसके बाद जावद एसडीएम प्रीति सांगवी को ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की।
आरोपियों का पुलिस ने निकाला जुलूस-
पुलिस ने जैन मुनियों पर हमले के आरोप में गिरफ्तार किए आरोपियों में से 5 आरोपियों का जुलूस निकाला। इस दौरान आरोपियों से कहलवाया जैन साहब जी गलती हो गई, माफ कर दो। इस दौरान जैन समाज के लोगों में आक्रोश भी दिखा। उन्होंने आरोपियों को फांसी देने की मांग की और इसे लेकर नारेबाजी की।
विधायक ने कहा घटना अहिंसा के सिद्धांतों के खिलाफ-
घटना को लेकर जावद विधायक ओमप्रकाश सखलेचा ने कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि यह घटना न केवल समाज की शांति व अहिंसा के सिद्धांतों के खिलाफ है, बल्कि मानवीय मूल्यों का भी अपमान है। मैंने प्रशासन से निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ त्वरित और कठोर कार्रवाई के लिए कहा है।
भाजपा नेताओं ने कहा आरोपियों के खिलाफ हो सख्त कार्यवाही-
बीजेपी प्रवक्ता आशीष अग्रवाल ने एक्स पर लिखा पूज्य जैन मुनियों के साथ हुई घटना अत्यंत निंदनीय है। उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा की ओर से ये घटना मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव जी के संज्ञान में लाई गई। इसके बाद सिंगोली पुलिस ने मामले में गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज की। रात में ही टीम बनाकर पुलिस ने सभी 6 आरोपियों को हिरासत में लिया। आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
पूर्व सीएम कमलनाथ बोले प्रदेश में कौन सुरक्षित है-
पूर्व सीएम कमलनाथ ने घटना को लेकर एक्स पर लिखा कि जैन मुनियों पर हमले की घटना अत्यंत निंदनीय है। ये प्रदेश में ध्वस्त हो चुकी कानून व्यवस्था का सबूत है। जैन मुनियों पर हमला करने वालों को कानून के मुताबिक दंडित किया जाए।