अहमदाबाद. नरनारायण शास्त्री इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी – इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंस एंड साइबर सिक्योरिटी (NSIT-IFSCS), जेतलपुर, एक अत्याधुनिक AI-VR टूल बेस लैब के उद्घाटन के साथ फोरेंसिक विज्ञान शिक्षा के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक कदम उठाने जा रहा है. यह लैब Eon Reality, सिंगापुर के सहयोग से स्थापित की गई है. सोमवार को सुबह 11 बजे होने वाले उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि डॉ. एस.के. जैन, निदेशक-सह-मुख्य फोरेंसिक वैज्ञानिक, गृह मंत्रालय, भारत सरकार होंगे, जो इस प्रयोगशाला का उद्घाटन करेंगे.
संस्थान के प्राचार्य डॉ निकुंज ब्रह्मभट्ट एवं कैम्पस डायरेक्टर संजय शर्मा ने बताया कि AI-VR टूल बेस लैब कृत्रिम बुद्धिमत्ता और वर्चुअल रियालिटी की अत्याधुनिक तकनीकों को एकीकृत करते हुए फोरेंसिक विज्ञान की शिक्षा में क्रांतिकारी परिवर्तन लाएगी. यह प्रयोगशाला न केवल पूर्वानुमानात्मक मॉडेलों तक सीमित है, बल्कि जेनरेटिव एआई का उपयोग करके छवियों, वीडियो और टेक्स्ट को भी वास्तविक रूप में तैयार करने की क्षमता रखती है, जो अपराध स्थल विश्लेषण और प्रशिक्षण को नए आयाम प्रदान करेगी.
यह पहल पारंपरिक सैद्धांतिक शिक्षण से आगे बढ़कर एक अनुभवात्मक और पूर्वानुमानात्मक शिक्षण पद्धति की ओर बढ़ने का संकेत देती है. यह प्रयोगशाला छात्रों और विशेषज्ञों को यथार्थपरक अपराध स्थल परिदृश्यों और प्रक्रियाओं का अनुभव कराकर व्यावहारिक दक्षता विकसित करने का अवसर प्रदान करेगी. NSIT-IFSCS और Eon Reality के इस सहयोग से भारत में फोरेंसिक शिक्षा और प्रशिक्षण के क्षेत्र में वैश्विक मानकों की तकनीकों को साकार किया जाएगा.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-