छत्तीसगढ़ : भारतमाला प्रोजेक्ट में गड़बड़ी को लेकर इन 20 ठिकानों पर छापेमारी, टीम कर रही जांच, मचा हड़कम्प

छत्तीसगढ़ : भारतमाला प्रोजेक्ट में गड़बड़ी को लेकर इन 20 ठिकानों पर छापेमारी, टीम कर रही जांच, मचा हड़कम्प

प्रेषित समय :12:57:01 PM / Fri, Apr 25th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

रायपुर. भारतमाला प्रोजेक्ट में गड़बड़ी के मामले में एसीबी-ईओडबलू की टीम ने बड़ा एक्शन लिया है. शुक्रवार सुबह-सुबह एसीबी  (एंटी करप्शन ब्यूरो) और ईओडबलू (इकोनॉमिक ऑफेंस विंग) की टीम ने आज सुबह नया रायपुर, अभनपुर, दुर्ग-भिलाई, आरंग सहित प्रदेश के अन्य जिलों में करीबन 20 ठिकानों पर छापा मारा है. माना जा रहा है कि इस दौरान भारतमाला प्रोजेक्ट में हुई गड़बड़ी को लेकर कई अहम सबूत अधिकारियों को मिल सकते हैं.

सूत्रों के मुताबिक, रायपुर, दुर्ग, भिलाई, आरंग समेत कई जिलों में यह छापेमारी की कार्रवाई की गई है. दोनों एजेंसियों की संयुक्त टीमों ने इन स्थानों पर दस्तावेजों और सबूतों को खंगाला है, जो भारतमाला योजना में हुई गड़बडिय़ों से जुड़े हो सकते हैं. इस मामले में तत्कालीन एसडीएम, तहसीलदार, पटवारी, आरआई एवं अन्य के ठिकानों पर चल रही कार्रवाई जारी है.

दस्तावेज खंगाल रही टीम

टीम ने जिन जगहों पर रेड मारी है उनमें रायपुर समेत अभनपुर,आरंग और दुर्ग-भिलाई लोकेशन शामिल है. इस रेड के दौरान एसीबी और ईअओडबलू की संयुक्त टीम ने भारतमाला प्रोजेक्ट में हुई गड़बड़ी से जुड़े अहम दस्तावेज और प्रमाण जुटाने की कोशिश में है.

क्या है भारतमाला प्रोजेक्ट ?

भारतमाला प्रोजेक्ट केंद्र सरकार की एक अहम सड़क विकास योजना है, जिसके तहत देशभर में सड़कों का निर्माण और विस्तार किया जा रहा है. लेकिन छत्तीसगढ़ में इस योजना के अंतर्गत निर्माण कार्यों में भ्रष्टाचार और अनियमितता के आरोप सामने आए हैं. इस प्रोजेक्ट में गड़बड़ी का आरोप अधिकारियों और ठेकेदारों पर है जिन पर निर्माण कार्यों में अनियमितताओं और भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए हैं. फिलहाल जांच एजेंसियां अब इन पहलुओं की बारीकी से पड़ताल कर रही हैं.

जानिए कैसे हुआ मुआवजे का महाघोटाला

रायपुर के अभनपुर ब्लॉक में इस घोटाले को अंजाम दिया गया है. जानकारी के मुताबिक एकड़ के जमीनों को 500 से 1 हजार वर्ग मीटर में काटा गया. वहीं, 32 प्लॉट को काटकर 142 प्लॉट बनाया गया. 32 प्लॉट का मुआवजा 35 करोड़ बन रहा था, लेकिन छोटे टुकड़े काटने के बाद ये मुआवजा 326 करोड़ हो गया और भुगतान 248 करोड़ रुपए का हो गया. इसमें 78 करोड़ का क्लेम बाकी था, जिसके बाद भंडाफोड़ हुआ. इसमें छोटे उरला, बड़े उरला, नायक बांधा गांव के किसानों की जमीन में गोल माल हुआ है. बताया जा रहा है कि जमीनों का अधिग्रहण करने में कुछ सरकारी अधिकारियों ने 326 करोड़ का घोटाला कर दिया.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-