पलपल संवाददाता, रीवा. एमपी के रीवा स्थित ग्राम रतहरा में शिवाजी सिंह नामक व्यक्ति की मौत के बाद उनके नाम से दिग्विजय सिंह ने फर्जी दस्तावेज तैयार किए. इसके बाद अन्य लोगों के साथ मिलकर उक्त जमीन को बेच दिया. इस मामले की शिकायत मिलने पर आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) ने जांच करते हुए प्रकरण दर्ज कर लिया है.
EOW के अधिकारियों को माण्डवी सिंह एवं शिवेन्द्र विक्रम सिंह ने दिग्विजय सिंह निवासी ग्राम डिली गिरधर तहसील मिल्कीपुर जिला अयोध्या उत्तरप्रदेश के विरूद्ध शिकायत की. जिसमें कहा गया किउनके पिता शिवाजी सिंह द्वारा ग्राम रतहरा तहसील हुजूर जिला रीवा में वर्ष 1972 में 30 एकड जमीन कय की गई थी. वर्ष 2014 में उनकी मृत्यु हो गई थी, शिवाजी सिंह की मृत्यु के बाद दिग्विजय सिंह पिता राम अवध सिंह ने अन्य लोगो के साथ फर्जी अभिलेख तैयार कर भूमि विकय की जा रही है.
EOW ने शिकायत की जांच करने पर पाया कि शिवाजी सिंह निवासी डढियामई मैनपुरी उत्तरप्रदेश द्वारा ग्राम रतहरा तहसील हुजूर (नगर) जिला रीवा स्थित आराजी नंबर 38,40,41, 42 कुल रकवा 30 एकड़ को रजिस्ट्री के माध्यम से दिनांक 21/04/1972 को कय किया था. शिकायतकर्ता के पिता शिवाजी सिंह की मृत्यु दिनांक 11/01/2014 को हो चुकी है. मृत्यु के पश्चात रीवा निवासी राजेन्द्र सिंह राज व अन्य लोगों ने मिलकर षडय़ंत्र पूर्वक भूमि हड़पने हेतु दिग्विजय सिंह द्वारा शिवाजी सिंह के नाम फर्जी दस्तावेज बनवाकर शिवाजी सिंह के नाम पर ग्राम रतहरा जिला रीवा स्थित 30 एकड़ भूमि का फर्जी मालिकाना प्राप्त कर वर्ष 2014 से 2024 तक कई व्यक्तियों को बेइमानी पूर्वक विक्रय किया है.
इसके बाद दिग्विजय सिंह, तनय रामअवध सिंह निवासी ग्राम डिलीगिरधर तहसील मिल्कीपुर जिला अयोध्या एवं राजेन्द्र सिंह राज निवासी गुढ़ चौराहा रीवा एवं अन्य संबंधित व्यक्ति के विरुद्ध धारा 120बी, 419, 420, 467, 468, 471 भादवि के अंतर्गत नियमित अपराधिक प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-




