नई दिल्ली. गुजरात पुलिस ने सूरत और अहमदाबाद से 1000 से ज्यादा बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया था. वहीं, अब पुलिस ने चंदोला झील के पास बनी बांग्लादेशी बस्ती पर धावा बोल दिया है. एएमसी ने इस अभियान के तहत चंदोला झील के पास अवैध बस्तियों को ध्वस्त कर दिया. इस अभियान को लेकर संयुक्त पुलिस आयुक्त (क्राइम) शरद सिंघल ने बताया कि डोला झील इलाके में अधिकांश बांग्लादेशी रहते हैं. पुलिस ने बुलडोजर एक्शन लेते हुए 800 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार कर लिया है.
अहमदाबाद पुलिस ने हाल ही में चंदोला इलाके में गैर कानूनी तरीके से रह रहे बांग्लादेशियों की पहचान की थी. अवैध रूप से रह रहे उन्हीं बांग्लादेशी बस्तियों में अतिक्रमण विरोधी कार्रवाई की है. इस कार्रवाई के तहत एएमसी के अफसरों चंदोला लेक इलाके के बस्तियों को ध्वस्त कर दिया. दरअसल, गुजरात सरकार के गृह मंत्रालय ने उन बांग्लादेशियों की झोपडिय़ों को गिराने के आदेश दिए हैं, जिनकी पहचान अवैध निवास के रूप में हुई है. एएमसी ने पहले चरण में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशियों के घरों पर हथौड़ा चलाने का फैसला लिया है. चंदोला झील क्षेत्र में बुलडोजर चलाने से पहले पुलिस ने इस पूरे इलाके की बिजली काट दी. इसके बाद 50 जेसीबी मशीनें और 30 एमएमसी डंपर बुलाए गए. इस दौरान 2000 से ज्यादा पुलिसकर्मी मौके पर मौजूद थे. बस्ती पर कार्रवाई के दौरान 800 संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है, जिनमें से 143 की पहचान बांग्लादेशी नागरिक के रूप में हुई है.
अहमदाबाद नगर निगम की कार्रवाई को गुजरात के इतिहास का सबसे बड़ा डिमोलिशन ड्राइव माना जा रहा है. एएमसी की कार्रवाई को मिनी बांग्लादेश पर बुलडोजर स्ट्राइक के रूप में लोग देख रहे हैं. इस डिमोलिशन ड्राइव को एएमसी, पुलिस और क्राइम ब्रांच द्वारा 'ऑपरेशन क्लीन नाम से चलाया जा रहा है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-