नई दिल्ली. जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया है. संभावित भारतीय सैन्य कार्रवाई के अंदेशे के बीच पाकिस्तान ने अपनी सेना को हाई अलर्ट पर रखा है. इसी बीच पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ के बयान ने हलचल मचा दी है.
रॉयटर्स से बातचीत में ख्वाजा आसिफ ने कहा, हमने अपनी सेनाओं की ताकत बढ़ा दी है क्योंकि कुछ भी हो सकता है. पाकिस्तान हाई अलर्ट पर है. अगर युद्ध होता है तो हम मानसिक रूप से इसके लिए तैयार हैं. अगले दो-तीन या चार दिनों में युद्ध की स्पष्ट संभावना है, हालांकि इसे टाला भी जा सकता है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान अपने परमाणु हथियारों का इस्तेमाल सिर्फ तब करेगा जब उसके अस्तित्व पर सीधा खतरा होगा. हालांकि, विवाद बढऩे पर आसिफ ने दावा किया कि उनके बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है.
इससे पहले स्काई न्यूज को दिए एक इंटरव्यू में ख्वाजा आसिफ ने स्वीकार किया था कि पाकिस्तान ने पिछले 30 वर्षों तक अमेरिका के लिए आतंकवाद को समर्थन और टेरर फंडिंग का काम किया है. उन्होंने यह भी माना कि पाकिस्तान में कभी लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठनों के साथ संबंध रहे थे, लेकिन अब ये संगठन खत्म हो चुके हैं. भारत के साथ संभावित ऑल आउट वॉर के बीच पाकिस्तान के भीतर खुद आतंकवाद के पुराने रिश्तों को कबूलना, इस तनावपूर्ण माहौल में और भी बड़ा संकेत बनकर सामने आया है.
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