आपरेशन सिंदूर: पहलगाम हमले का बदला लिया, पाकिस्तान पर दागी 24 मिसाइलें, 9 आतंकी ठिकाने ध्वस्त, मोदी बोले देश हमारी ओर देख रहा था

आपरेशन सिंदूर: पहलगाम हमले का बदला लिया

प्रेषित समय :14:36:59 PM / Wed, May 7th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

नई दिल्ली. अंतत: भारत ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले का बदला ले लिया. भारत ने पाकिस्तान के आतंकी संगठनों के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए आतंकियों के 9 ठिकानों को ध्वस्त कर दिया. इंडियन एयरफोर्स ने आधी रात 1.05 बजे पाकिस्तान और पीओकेए यानी पाक अधिकृत कश्मीर के भीतर एयर स्ट्राइक की. इस हमले में इसमें 100 से ज्यादा आतंकी मारे गए हैं. भारत की ये जवाबी कार्रवाई पहलगाम हमले के 15 दिन बाद की गई है और इसका नाम दिया है ऑपरेशन सिंदूर. ये नाम उन महिलाओं को समर्पित हैए जिनके पतियों की पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकियों ने हत्या कर दी थी.

खबर है कि कैबिनेट बैठक में पीएम मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर के लिए तीनों सेनाओं की तारीफ की. ऑपरेन सिंदूर पर कहा कि ये नया भारत है. पूरा देश हमारी ओर देख रहा था. ये तो होना ही था. पाकिस्तान के इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस के डॉयरेक्टर लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने कहा कि भारत ने 24 मिसाइलें दागी हैं. खबर यह भी है कि पीएम मोदी ऑपरेशन सिंदूर को पूरी रात मॉनिटर करते रहे. सेना ने एयर स्ट्राइक के 9.30 घंटे बाद आज सुबह 10.30 बजे मीडिया से चर्चा की. इसमें विदेश विक्रम मिसरी, आर्मी की कर्नल सोफिया कुरैशी व एयरफोर्स से विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने ऑपरेशन के बारे में जानकारी दी. सबसे पहले एयर स्ट्राइक का 2 मिनट का वीडियो प्ले किया गया. इसमें आतंकी ठिकानों पर भारतीय सेना की कार्रवाई दिखाई गई. कर्नल सोफिया कुरैशी व विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने बताया कि रात 1.05 बजे व 1.30 बजे के बीच ऑपरेशन हुआ. 25 मिनट में पाकिस्तान व पीओके में 9 टारगेट पहचाने गए थे. इन्हें हमने तबाह कर दिया. लॉन्चपैड, ट्रेनिंग सेंटर्स टारगेट किए गए.

इन्हे बनाया गया है निशाना-

-पीओके में मुजफ्फराबाद स्थित लश्कर के सवाई नाला ट्रेनिंग सेंटर को सबसे पहले निशान बनाया गया. सोनमर्ग, गुलमर्ग वर पहलगाम हमले के आतंकियों ने यहीं ट्रेनिंग ली.
-मुजफ्फराबाद का सैयदना बिलाल कैंप. यहां हथियार, विस्फोटक व जंगल सर्वाइवल की ट्रेनिंग दी जाती थी.
-कोटली का लश्कर का गुरपुर कैंप. पूंछ में 2023 में श्रद्धालुओं पर हमला करने वाले आतंकी यहीं ट्रेंड हुए थे.
-भिम्बर का बरनाला कैंप, यहां हथियार चलाना सिखाया जाता है.
कोटली का अब्बास कैंप, यह एलओसी से 13 किमी दूर है. फिदायीन तैयार होते हैं.
-सियालकोट का सरजल कैंप, मार्च 2025 में पुलिस जवानों की हत्या के आतंकवादियों को यहीं ट्रेन किया गया था.
-सियालकोट का हिजबुल महमूना जाया कैंप, पठानकोट हमला यहीं प्लान किया गया.
-मुरीदके का मरकद तैयबा कैंप है, अजमल कसाब व डेविड कोलमैन हेडली यहीं ट्रेन हुए थे.
-मस्जिद सुभान अल्लाह बहावलपुर जैश का हेडक्वार्टर था, रिक्रूटमेंट ट्रेनिंग दी जाती थी,यहां पर बड़े अधिकारी आते थे.

राष्ट्रपति मुर्मू से मिलने पहुंचे पीएम मोदी-
पीएम मोदी राष्ट्रपति मुर्मू से मिलने के लिए राष्ट्रपति भवन पहुंंचे हैं. ऑपरेशन सिंदूर पर जानकारी दी.

सुभान अल्लाह मस्जिद पर हमले में अजहर मसूद के परिवार के 14 सदस्य मारे गए, मसूद बोला मैं मर जाता तो अच्छा होता-
जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मौलाना मसूद अजहर ने कहा है कि सुभान अल्लाह मस्जिद पर किए गए हमले में उसके परिवार के 10 सदस्य और चार करीबी सहयोगी मारे गए हैं. मृतकों में मौलाना मसूद अजहर की बड़ी बहन, उसका पति, मसूद अजहर का भतीजा, उसकी पत्नी, एक अन्य भतीजी और उसके परिवार के पांच बच्चे शामिल हैं. मसूद अजहर ने बयान जारी कर कहा कि मेरे परिवार के लोगों को जन्नत नसीब होगी. मैं भी मर जाता तो अच्छा होता. अजहर ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना करते हुए कहा कि अत्याचार ने सभी नियम तोड़ दिए. अब किसी को दया की उम्मीद नहीं करनी चाहिए.


 

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-