आने वाला एक सप्ताह ज्योतिषीय गणना के लिए बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि पांच ग्रह राशि परिवर्तन कर रहे हैं ..
ज्योतिष में सूर्य और गुरु दोनों को शाही ग्रह कहा जाता है और दोनों शाही ग्रह राशि परिवर्तन कर रहे हैं ..
सूर्य - 14 मई 2025 को रात 11 बजकर 51 मिनट पर वृषभ राशि में गोचर करेंगे ...
गुरु - 14 मई 2025 को गुरु वृषभ राशि से मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे ...
राहु और केतु - 18 मई 2025 को राशि परिवर्तन करेंगे ..
राहु मीन राशि से कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे, जबकि केतु कन्या राशि से सिंह राशि में प्रवेश करेंगे ...
चंद्रमा हर सवा दो दिन में राशि परिवर्तन करता है ..
इस प्रकार पांच ग्रहों का राशि परिवर्तन आने वाले एक सप्ताह में आपको दिखेगा ..
तो लोगों के जीवन में भी आने वाले समय में महत्वपूर्ण परिवर्तन देखेंगे ..
राहु मीन राशि में शुक्र और शनि के साथ गोचर कर रहे हैं और जैसे ही राहु मीन राशि को छोड़ेंगे तो जिन लोगों को विवाह में अर्चन आ रही थी उनका विवाह संपन्न हो जाएगा...
राहु , शनि के साथ भी गोचर कर रहे थे तो जैसे ही राहु, शनि को छोड़ेंगे तो युद्ध में विराम लग जाएगा और शांति का माहौल बनेगा ...
गोचर में मंगल कर्क में नीच राशि के चल रहे हैं, कई दिनों से वह शनि के पुष्य नक्षत्र में थे जो युद्ध के माहौल के कारक थे, अब वह अश्लेषा बुध के नक्षत्र में आ गए हैं यह यह बुद्धि विवेक से स्थिति को सामान्य करेंगे ..
वर्ष 2025 मूलांक 9 वर्ष का कारक मंगल है, और मंगल गोचर में नीच के हैं ..
जब तक गोचर में मंगल नीच राशि के हैं और वैसे लोग जिनकी मंगल की महादशा चल रही है उनके लिए चोट चपेट दुर्घटना का कारक है वह लोग वाहन धीरे चलाएं ..
जिन लोगों की सूर्य की महादशा चल रही है उनके लिए उत्तम समय है क्योंकि सूर्य वृषभ राशि में बेहतरीन परिणाम देंगे ..
जिन लोगों का विवाह संपन्न नहीं हो रहा है उनका विवाह संपन्न हो जाएगा क्योंकि शुक्र गोचर में उच्च के बैठे हैं ..
गुरु मिथुन में पदोन्नति करेंगे और विवाह वैवाहिक कार्य करेंगे, ऐसे लोग जिनकी पदोन्नति रुकी हुई है गुरु की मिथुन राशि में जाते ही पदोन्नति हो जाएंगे ..
गुरु मिथुन राशि में व्यापारी वर्ग को बड़ा मुनाफा देगा ..
राहु केतु जब 0 डिग्री में होते हैं तो ज्यादा उथल-पुथल मचाते हैं ..
राहु केतु दोनों जीरो डिग्री पर हैं , 18 मई को स्थान परिवर्तन करेंगे , तो फिलहाल 5 दिन बहुत सावधानी से रहें ...
खासकर वह लोग जिनकी राहु की महादशा चल रही है बड़े परिवर्तन के संकेत हैं, नुकसान हो सकते हैं, उथल-पुथल हो सकता है ..
ऐसे लोग जिनकी राहु की महादशा चल रही है वह लोग फिलहाल 18 मई तक कोई नया कार्य न करें ..
ऐसे लोग जिनकी बृहस्पति की महादशा चल रही है, उत्कृष्ट फलादेश होगा ..
मिथुन राशि में बृहस्पति का गोचर उत्तम परिणाम देगा क्योंकि मिथुन राशि में बृहस्पति उच्चाभिलाषी होते हैं क्योंकि गुरु कर्क में उच्च के होते हैं ..
तो ऐसे में बृहस्पति मिथुन राशि में 20 डिग्री के बाद उच्चाभिलाषी हो जाते हैं ..
राहु की महादशा, केतु की महादशा ,सूर्य की महादशा और बृहस्पति की महादशा जिन जातकों की यह चार महादशा चल रही है वैसे लोगों के लिए गोचर यह परिवर्तन महत्वपूर्ण परिणाम देगा ...
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Bibhash Mishra Astrology World
Astrologer Consultant
Research Scholar
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-