नई दिल्ली. दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने औचंदी गांव से 13 बांग्लादेशी नागरिकों को बिना वैध दस्तावेजों के भारत में रहने के आरोप में हिरासत में लिया है. उनके पास से बांग्लादेशी पहचान दस्तावेज बरामद किए गए हैं. दिल्ली में अवैध रुप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ अभियान जारी है. इससे पहले अप्रैल में दिल्ली पुलिस ने कथित तौर पर बिना वैध दस्तावेजों के राष्ट्रीय राजधानी के विभिन्न इलाकों में रह रहीं छह बांग्लादेशी महिलाओं को हिरासत में लिया है.
पुलिस उपायुक्त (पूर्व) अभिषेक धानिया के अनुसार मंडावली पुलिस थाने को मिली सूचना के बाद यह कार्रवाई शुरू की गई. एक टीम ने सबसे पहले अवैध प्रवासी होने के संदेह में एक महिला को पकड़ा. पुलिस उपायुक्त ने कहा कि पूछताछ करने पर उसने पहाडग़ंज इलाके में छिपे पांच अन्य बांग्लादेशी नागरिकों के ठिकाने का खुलासा किया. सूचना के आधार पर टीम ने बाकी महिलाओं को हिरासत में लिया.
छह महिलाओं की पहचान मीम अख्तर उम्र 23 वर्ष, मीना बेगम 35 वर्ष, शेख मुन्नी 36वर्ष, पायल शेख 25 वर्ष, सोनिया अख्तर 36 वर्ष व तानिया खान 34 वर्ष के रूप में हुई है. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इनमें से किसी भी महिला के पास देश में रहने के लिए आवश्यक कोई वैध वीजा, पासपोर्ट या परमिट नहीं था. विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय (एफआरआरओ) को महिलाओं को उनके देश वापस भेजने के लिए प्रक्रिया शुरू करने को कहा है. महिलाओं को फिलहाल हिरासत में रखा गया है. यह कार्रवाई शहर में रह रहे अवैध प्रवासियों का पता लगाने और उन्हें वापस भेजने के लिए जारी अभियान के हिस्से के रूप में की गई है.
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