-प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी, बॉलीवुड एस्ट्रो एडवाइजर (व्हाट्सएप- 6367472963)
* कालाष्टमी - 20 मई 2025, मंगलवार
* कृष्ण अष्टमी प्रारम्भ - 05:51, 20 मई 2025
* कृष्ण अष्टमी समाप्त - 04:55, 21 मई 2025
जिस दिन भगवान शिव भैरव के रूप में प्रकट हुए थे, उसे कालभैरव जयन्ती कहा जाता है. कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि के दौरान इसे मनाया जाता है. इसलिए हर कृष्ण पक्ष की अष्टमी, कालाष्टमी कहलाती है.
इस दिन काल भैरव का दर्शन-पूजन सर्व मनोकामना पूर्ण करता है. इस दिन प्रातः पवित्र नदी-सरोवर में स्नान के बाद पितरों का श्राद्ध-तर्पण करके भैरव पूजा-व्रत करने से तमाम विघ्न समाप्त हो जाते हैं, दीर्घायु प्राप्त होती है.
देवी भक्त कालाष्टमी के दिन काल भैरव के साथ-साथ देवी कालिका की पूजा-अर्चना-व्रत भी करते हैं. भैरव पूजा-आराधना करने से परिवार में सुख-समृद्धि के साथ-साथ स्वास्थ्य रक्षा और अकाल मौत से सुरक्षा भी होती है.
कालभैरव अष्टमी पर भैरव के दर्शन-पूजन मात्र से अशुभ कर्मों से मुक्ति मिलती है, क्रूर ग्रहों के कुप्रभाव से छुटकारा मिलता है.
भोलेनाथ के भैरव स्वरूप की पूजा, उपासना करने वाले शिवभक्तों को भैरवनाथ की पूजा करके अर्घ्य देना चाहिए.
रात्रि जागरण करके शिव-पार्वती की कथा और भजन-कीर्तन करना चाहिए. भैरव कथा का श्रवण और आरती करनी चाहिए.
भगवान भैरवनाथ की प्रसन्नता के लिए उनके वाहन श्वान- कुत्ते को भोजन कराना चाहिए.
इस दिन प्रातः पवित्र नदी-सरोवर में स्नान करके पितरों का श्राद्ध-तर्पण करके भैरव-पूजा-व्रत करने से सारे विघ्न समाप्त हो जाते हैं, अकाल मृत्यु से रक्षा होकर दीर्घायु प्राप्त होती है!
श्री त्रिपुरा सुंदरी दैनिक धर्म-कर्म पंचांग : 19 मई 2025
* मासिक कृष्ण जन्माष्टमी - 20 मई 2025, मंगलवार
* मासिक कृष्ण जन्माष्टमी पूजा - 00:07 से 00:50, 21 मई 2025
* कृष्ण अष्टमी प्रारम्भ - 05:51, 20 मई 2025
* कृष्ण अष्टमी समाप्त - 04:55, 21 मई 2025
शक सम्वत 1947, विक्रम सम्वत 2082, अमान्त महीना वैशाख, पूर्णिमान्त महीनाज्येष्ठ, वार सोमवार, पक्ष कृष्ण, तिथि षष्ठी - 06:11 तक, नक्षत्रश्रवण - 19:29 तक, योग शुक्ल - 05:53 तक, क्षय योग ब्रह्म - 04:36, (20 मई 2025) तक, करण वणिज - 06:11 तक, द्वितीय करण, विष्टि - 18:05 तक, सूर्य राशि वृषभ, चन्द्र राशि मकर, राहुकाल 07:29 से 09:09, अभिजित मुहूर्त 12:02 से 12:56
दैनिक चौघड़िया- 19 मई 2025, सोमवार
दिन का चौघड़िया
अमृत - 05:49 से 07:29
काल - 07:29 से 09:09
शुभ - 09:09 से 10:49
रोग - 10:49 से 12:29
उद्वेग - 12:29 से 14:09
चर - 14:09 से 15:49
लाभ - 15:49 से 17:29
अमृत - 17:29 से 19:09
रात्रि का चौघड़िया
चर - 19:09 से 20:29
रोग - 20:29 से 21:49
काल - 21:49 से 23:09
लाभ - 23:09 से 00:29
उद्वेग - 00:29 से 01:49
शुभ - 01:49 से 03:09
अमृत - 03:09 से 04:28
चर - 04:28 से 05:48
* चौघडिय़ा का उपयोग कोई नया कार्य शुरू करने के लिए शुभ समय देखने के लिए किया जाता है.
* दिन का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* रात का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्यास्त से अगले दिन सूर्योदय के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* अमृत, शुभ, लाभ और चर, इन चार चौघडिय़ाओं को अच्छा माना जाता है और शेष तीन चौघडिय़ाओं- रोग, काल और उद्वेग, को उपयुक्त नहीं माना जाता है.
* यहां दी जा रही जानकारियां संदर्भ हेतु हैं, स्थानीय समय, परंपराओं और धर्मगुरु-ज्योतिर्विद् के निर्देशानुसार इनका उपयोग कर सकते हैं, क्योंकि यहां दिया जा रहा समय अलग-अलग शहरों में स्थानीय समय के सापेक्ष थोड़ा अलग हो सकता है.
* अपने ज्ञान के प्रदर्शन एवं दूसरे के ज्ञान की परीक्षा में समय व्यर्थ न गंवाएं क्योंकि ज्ञान अनंत है और जीवन का अंत है!
आज का राशिफल -
मेष राशि:- आज आपके परिश्रम से किए गए कार्य में सिद्धि होगी. नौकरी में आप का सम्मान बढेगा. व्यवसाय मैं लाभ पहुंचेगा मुमकिन है कि आपके अतीत से जुड़ा कोई शख़्स आज आपसे संपर्क करेगा. आज प्यार के मामले में सामाजिक बंधन तोड़ने से बचें.
वृष राशि:- आज आपके साहस में वृद्धि होगी. आप के विरोधी शांत रहेंगे. शादी विवाह की वार्ता संभव है. नफ़रत की भावना महंगी पड़ सकती है. गाड़ी चलाते समय सावधानी बरतें. आज प्यार-मोहब्बत की नज़रिए से आपका बेहतरीन दिन है.
मिथुन राशि:- आज आप के राजनैतिक क्षेत्र में असमंजस पूर्ण स्थिति बनी रहेगी. व्यवसाय मैं लाभ संभव है. आप थकान और तनाव महसूस करेंगे. इस बात में सावधानी बरतें कि आप किसके साथ आर्थिक लेन-देन कर रहे हैं वह आपके विश्वासपात्र है या नहीं. माता-पिता की तबियत में सुधार होगा.
कर्क राशि:- आज आपको कार्यों में सफलता मिलेगी. आपके लिए आय के नए स्त्रोत बनेंगे. आपकी व्यवसायिक स्थिति में सुधार होगा. एक पारिवारिक आयोजन में आप सभी के ध्यान का केन्द्र होंगे. आज आपकी सकारात्मक सोच भी बहुत मददगार साबित होगी.
सिंह राशि:- आज आपके नौकरी में अधिकार बढ़ेंगे. आर्थिक क्षेत्र में परेशानी हो सकती है. व्यवसायिक क्षेत्र में सावधानी बरतें. वैवाहिक जीवन का आनन्द मिलेगा. जल्दबाजी में फैसले लेने से बचें आकस्मिक धन की प्राप्ति होगी.
कन्या राशि:- आज आप भविष्य के प्रति चिंतित रहेंगे. स्वास्थ्य मैं लाभ होगा. व्यवसाय में उतार चढ़ाव बना रहेगा. आपकी योजनाओं में रुकावट पैदा होगीं. आज आपकी कलात्मक और रचनात्मक क्षमता को काफ़ी सराहना मिलेगी.
तुला राशि:- आज आपको शुभ समाचार मिलेगा. स्वयंप्रयासों से राज्यपक्ष से अर्थ प्राप्ति संभव है. व्यवसाय में लाभ होने के आसार है. आज आपकी कलात्मक और रचनात्मक क्षमता को काफ़ी सराहना मिलेगी. आज आपके परिवार की जरूरतें पूरी होगी.
वृश्चिक राशि:- आज आप नई योजनाएं बनाएंगे. धन प्राप्ति संभव है. यात्रा करने से उत्साह बढ़ेगा. आज आप ऐसे लोगों से जुड़ने से बचें जो आपकी प्रतिष्ठा को आघात पहुँचा सकते हैं. काम-काज से तनाव बढेगा.
धनु राशि:- आज आपके आलस्य प्रगति में बाध्य रहेगा. वाद-विवाद करने से बचे. आर्थिक क्षेत्र में परेशानी होगी ग़ुस्से पर क़ाबू रखिए. कारोबार मे निवेश करना फायदेमंद रहेगा. आज आपका जीवनसाथी आपकी सेहत के प्रति असंवेदनशील हो सकता है.
मकर राशि:- आज आप योजनाओं का भली-भांति अध्ययन करेंगे. नई योजना से लाभ होगा. नौकरी में सम्मान बढेगा. आपकी ग़ैरहाज़िरी में सभी काम ठीक से चलते रहेंगे. यात्रा आपको थकान और तनाव देगी लेकिन आर्थिक तौर पर फ़ायदेमंद साबित होगी. परिवार वालों के साथ मनमुटाव हो सकता है.
कुम्भ राशि:- आज आप का राजनैतिक सम्मान बढ़ेगा .आप की लोकप्रियता में वृद्धि होगी. लंबी यात्रा करने से बचे आज अगर आप दूसरों की बात मानकर निवेश करेंगे, तो आर्थिक नुक़सान होगा. पारिवारिक तनावों से छुटकारा मिलेगा.
मीन राशि:- आज आपका स्वास्थय स्थिल रहेगा. नौकरी में कार्यकुशलता का लाभ मिलेगा. बच्चों के साथ वाद-विवाद झुंझलाहट पैदा करेगा. उन लोगों पर नज़र रखें जो आपको ग़लत राह पर ले जा सकते हैं. आधिकारिक आंकड़े समझने में मुश्किल होंगी.
* आचार्य पं. श्रीकान्त पटैरिया (ज्योतिष विशेषज्ञ) वाट्सएप नम्बर 7879372913
* यहां राशिफल चन्द्र के गोचर पर आधारित है, व्यक्तिगत जन्म के ग्रह और अन्य ग्रहों के गोचर के कारण शुभाशुभ परिणामों में कमी-वृद्धि संभव है, इसलिए अच्छे समय का सद्उपयोग करें और खराब समय में सतर्क रहें.

