नीच का पाप ग्रहों से पीड़ित, या अशुभ भावों में स्थित होता है तो इसके कई नकारात्मक परिणाम हो सकते हैं. ऐसे कुछ प्रभाव निम्नलिखित हो सकते हैं:
1. शिक्षा और ज्ञान में रुकावटें
गुरु विद्या और बुद्धि का कारक है. बिगड़ा हुआ गुरु व्यक्ति की शिक्षा में बाधाएं, समझ में कमी या एकाग्रता की समस्या ला सकता है.
2. धार्मिकता में कमी
गुरु धर्म, आस्था और नैतिकता का प्रतिनिधित्व करता है. अशुभ गुरु व्यक्ति को धार्मिक रुचियों से दूर कर सकता है या गलत मार्ग पर ले जा सकता है.
3. विवाह में देरी या समस्या
गुरु कन्या की कुंडली में विवाह का कारक होता है. यदि यह पीड़ित हो तो विवाह में बाधा, देरी या दाम्पत्य जीवन में परेशानी आ सकती है.
4. संतान सुख में कमी
गुरु संतान का भी कारक है. इसके अशुभ होने पर संतान प्राप्ति में विलंब या कष्ट हो सकता है.
5. पेट, लीवर और वज़न संबंधी समस्याएं
स्वास्थ्य की दृष्टि से बिगड़ा हुआ गुरु मोटापा, लीवर या गैस संबंधी समस्याएं ला सकता है.
6. आत्मविश्वास में कमी और निर्णयों में अस्थिरता
गुरु विवेक और निर्णय शक्ति देता है. इसकी कमजोरी से व्यक्ति भ्रमित हो सकता है और गलत निर्णय ले सकता है.
*पंडित चंद्रशेखर नेमा हिमांशु*(9893280184)
मां कामाख्या साधक जन्मकुंडली विशेषज्ञ , कुंडली वास्तु शास्त्री
कुंडली में गुरु अशुभ हो ऐसे परिणाम देता है!
प्रेषित समय :20:07:44 PM / Fri, May 23rd, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर