पलपल संवाददाता, जबलपुर. एमपी के जबलपुर स्थित रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय में आज एसआईटी पहुंची. टीम के अधिकारियों ने सीसीटीवी कैमरों सहित अन्य तथ्यों की जांच की. अधिकारियों ने कुलसचिव डाक्टर राजेन्द्र बघेल से भी सीसीटीवी फु टेज के संबंध में जानकारी एकत्र की, इसके पहले एसआईटी ने पीडि़ता व घटना स्थल पर उपस्थित कर्मचाारियों के भी बयान भी दर्ज किए है.
बताया गया है कि एमपी हाईकोर्ट के निर्देशों का पालन करते हुए डीजीपी द्वारा गठित आईपीएस अधिकारियों की टीम ने सोमवार को ही कुलगुरु को नोटिस जारी किए थे. इसके बाद आज एसआईटी के समक्ष रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के कुलगुरु पेश हुए. गौरतलब है कि रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय की एक महिला कर्मचारी ने कुलगुरु प्रोफेसर राजेश वर्मा पर यौन उत्पीडऩ के आरोप लगाते हुए एक शिकायत राजभवन व उच्च शिक्षा विभाग सहित अन्य पक्षों से की थी. महिला अधिकारी ने आरोप लगाए थे कि 21 नवंबर को कुलपति चेंबर में एक बैठक के दौरान उन्हें अभद्र इशारे किए गए.
जिसे वीसी चेंबर में लगे सीसीटीवी कैमरे की रिकार्डिंग में देखा जा सकता है. शिकायत कर्ता महिला अधिकारी ने सीसीटीवी फुटेज को अहम सबूत बताते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन से फुटेज दिए जाने की मांग भी की थी. लेकिन जब लंबा समय बीत जाने के बाद भी ना तो जांच हुई और ना ही फुटेज मिले तो उक्त महिला अधिकारी ने एमपी हाईकोर्ट में याचिका दाखिल करते हुए जांच कराए जाने की मांग रखी.
हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान यह बात संज्ञान में आई कि उक्त घटनाक्रम को लेकर गठित की गई दो अलग-अलग कमेटियां किसी न किसी तरह से प्रभावित हो रही है. कोर्ट ने जांच कमेटियों की रिपोर्ट पर सवाल खड़े करते हुए डीजीपी को निर्देश दिए है कि एक एसआईटी गठित कर पूरे मामले की जांच करायी जाए. एसआईटी को 16 जून तक अपनी रिपोर्ट कोर्ट में प्रस्तुत करना है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

