अनिल मिश्र/पटना
बिहार की राजधानी पटना से सौ किलोमीटर की दूरी पर स्थित गया जिला अंतर्गत आमस प्रखंड के गांव में ग्यारह माह की दूधमुँही बच्ची के साथ बीती रात्री में उसके दूर के रिस्तेदार के लड़के सोयी बच्ची को घर से उठा कर ले जाकर उसके साथ दरिंदगी , हैवानियत कर घर में लाकर छोड़ दिया. बच्ची के रोने पर उसके परिजन आमस के अस्पताल में ले गए, जहां स्थिति की नजाकत को देखते हुए आमस के डॉक्टर ने गया अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल रेफर कर दिया, जहां इसकी इलाज चल रही है.
इस बीच बिहार प्रदेश कॉंग्रेस कमिटी के प्रदेश प्रतिनिधि सह प्रवक्ता प्रो विजय कुमार मिट्ठू, गया जिला कॉंग्रेस कमिटी के पूर्व अध्यक्ष डॉ गगन कुमार मिश्रा, डॉ देविका सैय्यार मिश्रा, पूर्व विधायक मोहम्मद खान अली, जिला कॉंग्रेस उपाध्यक्ष बाबूलाल प्रसाद सिंह आदि अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के गायनी विभाग में जाकर उसके परिजनों से मिल कर विस्तृत जानकारी लेने के उपरांत वहां उपस्थित डाक्टरों को बढ़िया इलाज, पूरी निगरानी रखने तथा उनके परिजनों की दर्दनाक स्थिति को देखते हुए कुछ आर्थिक मदद भी किया.
इन सभी नेताओं ने अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में कहा कि नीतीश सरकार में दरिंदों, हैवानों की इतनी मन बढ़ गई है की अब वो दुधमुंहे बच्ची को भी अपनी हवस का शिकार बनाने से भी बाज नहीं आ रहे हैं.
इन सभी नेताओं ने कहा कि अभी कुछ दिन पहले मुजफ्फरपुर के कुढणी में दस वर्ष की नाबालिग बच्ची से हैवानियत एवं इलाज के दौरान उसकी मौत की आग ठंड भी नहीं हुई थी, तब तक ये दुसरी घटना दुधमुंहे बच्ची के साथ होने से पूरा बिहार शर्मशार हुआ है.
इन सभी नेताओं ने कहा कि कॉंग्रेस पार्टी बिहार सरकार एवं स्थानीय प्रशासन से दोषियों को फांसी की सजा दिलाने की मांग किया है.
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