मुंबई (व्हाट्सएप- 6367472963)
गौरव सक्सेना, कंटेंट क्रिएटर, उद्यमी और दूरदर्शी हैं, जो भावनात्मक स्वास्थ्य और प्रामाणिकता में गहरी आस्था रखते हैं, गौरव ने डिजिटल और वेलनेस स्पेस में लगातार अपने लिए एक जगह बनाई है, चाहे वह आत्म-चिंतन को बढ़ावा देने वाले रिट्रीट के माध्यम से हो या उनकी रचनात्मक सामग्री के माध्यम से जो कहानी कहने के साथ प्रेरणा को जोड़ती है, वह अपने शुरुआती शिक्षक-अपने पिता से मिले मूल्यों पर कायम हैं.
गौरव कहते हैं, “फादर्स डे एक सार्थक अवसर है जो हमारे जीवन में पिताओं के प्रभाव और योगदान का जश्न मनाता है.” “यह उनके बिना शर्त प्यार, मार्गदर्शन और बलिदान के लिए आभार और प्रशंसा व्यक्त करने का दिन है.” जबकि कई लोगों के लिए यह जश्न मनाने का दिन है, गौरव के लिए यह एक श्रद्धांजलि है - एक ऐसा दिन जिसमें संजोई गई यादें और शांत चिंतन शामिल है.
तेरह साल पहले अपने पिता को खोनेवाले गौरव कहते हैं कि- वे उन यादों के साथ जी रहे हैं, जिन्होंने उन्हें आकार दिया. “मेरे पिता के साथ मेरी कुछ बेहतरीन यादें सरल लेकिन आनंददायक पलों से जुड़ी हैं - जैसे पिछवाड़े में कैच खेलना, कार की सवारी के दौरान कहानियाँ साझा करना, या साथ में खाना बनाना,“ वे याद करते हैं. “मैं अपने परिवार की छुट्टियों को संजोता हूँ, जहाँ हँसी और रोमांच ने गहरे बंधन बनाए. उनके जाने के बाद से, ये यादें मेरी सबसे कीमती संपत्ति बन गई हैं.“
जब उनसे उनके पिता द्वारा दी गई शिक्षाओं के बारे में पूछा गया, तो गौरव ने स्पष्टता और दृढ़ विश्वास के साथ जवाब दिया. “मेरे पिता से मैंने जो सबसे महत्वपूर्ण सबक सीखा, वह है कड़ी मेहनत और दृढ़ता का मूल्य,“ उन्होंने साझा किया. “वे अक्सर इस बात पर जोर देते थे कि सफलता केवल प्रतिभा से नहीं, बल्कि समर्पण और चुनौतियों से जूझने की इच्छा से मिलती है. यह सिद्धांत मुझे हर दिन मार्गदर्शन करता है.“ यह मार्गदर्शक सिद्धांत न केवल गौरव की पेशेवर महत्वाकांक्षाओं को आकार देता है, बल्कि उनके व्यक्तिगत जीवन को जीने के तरीके में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. “मैं अपने पिता की विरासत का सम्मान उन मूल्यों को जीकर करता हूँ जो उन्होंने मुझे दिए हैं. चाहे वह दयालुता के कामों के ज़रिए हो, परंपराओं को कायम रखने के ज़रिए हो या दूसरों को सलाह देने के ज़रिए हो, मेरा लक्ष्य उनकी शिक्षाओं के सार को प्रतिबिंबित करना है,“ वे कहते हैं.
“फ़ादर्स डे पर, मैं अक्सर उनकी कहानियाँ दूसरों के साथ साझा करता हूँ- क्योंकि उन्हें याद करने से उनकी आत्मा जीवित रहती है.“
तो, आज उनके पिता को किस बात पर गर्व होगा? गौरव कहते हैं, “मुझे लगता है कि उन्हें मेरे लचीलेपन पर सबसे ज़्यादा गर्व होगा.“ “उन्होंने मुझे अपने सपनों का पीछा करने और हर हाल में ईमानदार रहने के लिए प्रोत्साहित किया. मैं ईमानदारी और उद्देश्य के साथ जीने की कोशिश करता हूँ- और मुझे विश्वास है कि वे इसे उन मूल्यों के सबसे सच्चे प्रतिबिंब के रूप में देखेंगे जो उन्होंने हमें दिए हैं.“
अक्सर आगे बढ़ती दुनिया में, गौरव सक्सेना हमें याद दिलाते हैं कि कभी-कभी, यह अतीत की शांत गूँज होती है - एक पिता का मार्गदर्शन, शक्ति और प्यार - जो सबसे उज्ज्वल भविष्य को आकार देता है!
“मैं उनकी यादों के साथ जी रहा हूँ” उद्यमी-निर्माता गौरव सक्सेना ने इस फादर्स डे पर अपने पिता की चिरस्थायी विरासत को याद किया!
प्रेषित समय :18:31:33 PM / Sun, Jun 15th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर