भरतपुर. पश्चिम मध्य रेलवे के कोटा रेल मंडल के भरतपुर रेलवे स्टेशन पर लेबर पेन से कराह रही महिला की आरपीएफ ने डिलीवरी करवाई. इसके लिए उन्होंने महिला यात्रियों की मदद लेकर चादर से पर्दा बनाया और एम्बुलेंस को कॉल कर दिया. एम्बुलेंस आती उससे पहले ही महिला ने बच्चे को स्टेशन पर ही जन्म दे दिया. इसके बाद महिला और बच्चे को जनाना अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. स्टेशन पर मौजूद लोगों ने आरपीएफ अधिकारियों को धन्यवाद दिया. मामला भरतपुर रेलवे स्टेशन का प्लेटफॉर्म नंबर 2 का देर रात 3 बजे का है.
रेल सुरक्षा बल (आरपीएफ) के सब इंस्पेक्टर अजय प्रताप सिंह ने बताया- रात करीब 3 बजे मैं स्टाफ के साथ प्लेटफार्म नंबर 2 पर गश्त कर रहा था. इस दौरान प्लेटफार्म पर एक महिला दर्द से कराहती मिली. वह पेन से जोर-जोर से कराह रही थी और अकेली ही थी. जब पूछताछ की तो, महिला ने बताया कि उसका नाम सलगम उर्फ नीतू कौर है वह प्रयागराज की रहने वाली है. वह गर्भवती है और सियालदाह एक्सप्रेस ट्रेन से भरतपुर के हेलक में अपने पीहर जा रही है. ट्रेन से उतरते ही उसके पेट में जोरों का दर्द हुआ. जिसके बाद वह प्लेटफार्म पर ही लेट गई.
सिंह ने बताया- इसके बाद तुरंत एम्बुलेंस को फोन किया. लेकिन, एम्बुलेंस आने से पहले महिला के पेट दर्द से जोरों से चिल्लाने लगी. इस दौरान आरपीएफ के जवान चादर लेकर आए और उन्होंने महिला को चादर का कवर बनाकर उसे कवर किया. आसपास मौजूद महिलाओं से मदद मांगी.
महिला और नवजात दोनों स्वस्थ
सिंह ने बताया- इस दौरान एम्बुलेंस भी रेलवे स्टेशन पर पहुंच गई. एम्बुलेंस स्टाफ रंजीत सिंह ने भी डिलीवरी में मदद करवाई. जिसके बाद महिला की सुरक्षित डिलीवरी हुई. महिला ने लड़के को जन्म दिया. इसके बाद महिला को जनाना अस्पताल भेजा गया. जनाना अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार, महिला और नवजात स्वस्थ है. महिला के परिजन भी अब पहुंच चुके हैं.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-