केंद्र सरकार मगही एवं भोजपुरी भाषा को संविधान के अनुसूची आठ में शामिल करे

केंद्र सरकार मगही एवं भोजपुरी भाषा को संविधान के अनुसूची आठ में शामिल करे

प्रेषित समय :20:09:37 PM / Sat, Jun 21st, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

अनिल मिश्र/पटना 

बिहार प्रदेश कॉंग्रेस कमिटी के प्रदेश प्रतिनिधि सह प्रवक्ता प्रो विजय कुमार मिट्ठू, पूर्व विधायक मोहम्मद खान अली, जिला कॉंग्रेस उपाध्यक्ष बाबूलाल प्रसाद सिंह, राम प्रमोद सिंह, दामोदर गोस्वामी, प्रद्युम्न दुबे, विपिन बिहारी सिन्हा, कुंदन कुमार, युवा कॉंग्रेस अध्यक्ष विशाल कुमार, टिंकू गिरी, शिव कुमार चौरसिया, मोहम्मद शमीम, मुन्ना मांझी, मनोज प्रजापति, सुबोध पाल आदि ने कहा  कि बिहार,  झारखण्ड,  उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल आदि राज्यों के प्रचालित बोल- चाल की भाषा मगही एवं भोजपुरी जिसे इन राज्यों के सरकारों ने अपने अधीनस्थ विश्वविद्यालय में पढ़ाई भी  शुरू  कराए हुए हैं .अतएव इन दोनों भाषाओं को संविधान के अनुसूची आठ मे शामिल कराने  की मांग केंद्र सरकार से किया है.

इन सभी नेताओं ने  एक स्वर से कहा कि अभी  तक भारतीय संविधान के आठवीं अनुसूची में 22 भाषाएँ शामिल हैं, पहले 14 भाषायें की मान्यता थी,  परंतु बाद में 1967 एवं 2004 में संशोधन कर 22 कुल भाषायें शामिल किए गए हैं.इन  सभी नेताओं ने कहा कि मोदी सरकार के सत्तासीन होने के बाद अभी तक 11 वर्षों के इनके  कार्याकाल में कॉंग्रेस पार्टी सहित कई  विपक्षी दलों के मांग के बाद  भी मगही एवं भोजपुरी या कोई  भी भाषा  को संविधान के अनुसूची आठ मे शामिल नहीं करने  से मगही एवं भोजपुरी बोलने,  पढ़ने,  लिखने  वाले  करोड़ों लोगों में भारी मायूसी है.

इन नेताओं ने कहा कि पूर्व  की डॉ मनमोहन सिंह जी की सरकार में  2004 मे संविधान में 92 वां संशोधन करते हुए बोडो,  डोगरी, मैथिली और संथाली को संविधान के अनुसूची आठ मे शामिल किया गया था. इन सभी नेताओं ने कहा कि मगही एवं भोजपुरी भाषाओ को संविधान के अनुसूची आठ मे शामिल होने से इन भाषाओं को पढ़ने वाले छात्रों को विभिन्न समान्य परीक्षाओं एवं प्रतियोगिता परीक्षाओं में इन्हें  काफी  फायदा होगा.इन नेताओं ने कहा कि बिहार सरकार द्वारा मगही एवं भोजपुरी भाषाओ को संविधान के अनुसूची आठ मे शामिल कराने हेतु कई बार  केंद्र सरकार को प्रस्ताव भी भेजा गया है,  परंतु अभी तक इस संबंध में केंद्र सरकार के कान पर जु तक नहीं रेंग रहा है. इन सभी नेताओं ने कहा कि पूर्व में भी कॉंग्रेस पार्टी  का ही देन है कि उत्तर बिहार के लोकप्रिय भाषा मैथिली भाषा को संविधान के अनुसूची आठ मे शामिल कराने का काम किया था. इन सभी नेताओं ने कहा कि कॉंग्रेस पार्टी मगही एवं भोजपुरी भाषाओ को संविधान के अनुसूची आठ मे शामिल कराने हेतु चरणबद्ध आंदोलन करेगी.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-