- प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी, बॉलीवुड एस्ट्रो एडवाइजर (व्हाट्सएप- 8302755688)
हमारे जीवन में दो तरह से अच्छी-खराब घटनाएं होती हैं, पिछले जन्मों के पाप-पुण्य के कारण और इस जन्म के शुभाशुभ कर्मों के कारण, इसलिए यदि हम समय रहते अपने कर्मों में सुधार कर लें, तो न केवल यह जन्म संवारा जा सकता है, बल्कि हमें अपने सपनों का अगला जन्म भी मिल सकता है.
कर्मों का खाता कैसे सही होगा?
एक- सबसे पहले यह हमारे हाथ में है, हम ज्यादा से ज्यादा पुण्य कर्म करें, हमारा शुभ-लाभ का पक्ष मजबूत होता जाएगा.
दो- यह दूसरों के हाथ में है, हम भलाई करते हैं, तो वह व्यक्ति दुआएं देता है, ये दुआएं हमारे वर्तमान और भविष्य को संवारती हैं.
तीन- पूजा, हवन.... जब हम सच्चे मन से पूजा, हवन करते हैं, तो इसके परिणाम में जीवन का अंधेरा मिटता है, नकारात्मकता समाप्त होती है, जीवन प्रकाशमान होता है, सकारात्मक होता है.
हम वर्तमान कर्मों को तो सही कर सकते हैं, लेकिन पिछले जन्मों में क्या गलत कर्म किए थे, क्या पाप-दोष थे, यह कैसे जानें?
नाड़ी ज्योतिष के माध्यम से पिछले जन्म के पाप-दोष के बारे में जाना जा सकता है, यही नहीं, इनके कुप्रभाव से राहत के लिए पूजा-उपाय भी जाने जा सकते हैं.
नाड़ी ज्योतिष के माध्यम से भूत, भविष्य और वर्तमान जानने के लिए संपर्क करें....
* प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी, 6367472963.
नाड़ी ज्योतिष क्या है?
नाड़ी ज्योतिष से इस जन्म की ही नहीं, पिछले जन्म की भी जानकारी मिलती है!
ज्योतिष शास्त्र में किसी व्यक्ति के भूत, भविष्य और वर्तमान जानने के अनेक तरीके हैं, इनमें नाड़ी ज्योतिष को सबसे अधिक विश्वसनीय माना जाता है, यदि एक बार किसी व्यक्ति की सही पट्टी मिल जाए, तो फिर उसके इस जन्म की ही नहीं, पिछले जन्म की कहानी भी मिल सकती है.
वह यह भी जान सकता है कि जाने-अनजाने उसने पिछले जन्म में क्या पाप किए थे जिसका कुपरिणाम उसे इस जन्म में मिल रहा है, साथ ही पाप-दोष मुक्ति के लिए पूजा-उपाय की जानकारी भी मिलती है.
अगस्त्य ऋषि शिवनंदी नाड़ी ज्योतिष से, हजारों साल पहले मूल तमिल में लिखे भविष्यफल में धरती पर जन्म लेनेवाले प्राणियों का भूत, भविष्य और वर्तमान इन ताड़पत्रों पर दर्ज है!
यदि सही ताड़पत्र मिल जाता है, तो उसमें उस व्यक्ति के इस जन्म का नाम, माता-पिता के नाम, भाई-बहन की जानकारी सहित अनेक ऐसे तथ्य होते हैं, जो यह बताते हैं कि यह ताड़पत्र उसका है और फिर उसे अपने जीवन की पूरी कहानी मिल जाती है?
वर्ष 2003 में मैंने पहली बार सूरत में अपना ताड़पत्र प्राप्त किया था, उसमें मेरे और मेरे परिवार की संपूर्ण जानकारी के साथ-साथ मेरे जीवन की कहानी दर्ज है!
कैसे जाने अपने बारे में?
1. शिवनंदी नाड़ी ज्योतिष से अपने बारे में जानने के लिए कोई जानकारी नहीं देनी होती है, केवल अंगूठे की छाप देनी होती है.
2. अंगूठे की छाप के आधार पर ताड़पत्रों का बंडल देखा जाता है.
3. जब बंडल मिल जाता है, तो उसमें से उस व्यक्ति की पट्टी तलाशने के लिए कुछ सवाल पूछे जाते हैं.
4. इन सवालों के जवाब में कोई जानकारी अपनी ओर से नहीं देनी होती है, केवल हां, ना या पता नहीं, में जवाब देना होता है.
5. जिस ताड़पत्र में सारे सवालों के जवाब हां में मिल जाते हैं, वही उस व्यक्ति की पट्टी होती है.
6. पट्टी मिल जाने के बाद उस व्यक्ति के भूत, भविष्य और वर्तमान की जानकारी देनेवाली पट्टी को पढ़ कर सुनाते हैं.
7. पहले मूल तमिल में ताड़पत्र पढ़ते हैं, उसके बाद हिन्दी में उसका अर्थ-भावार्थ बताया जाता है!
ज्योतिष सीखें, समझें! यह जन्म कैसे संवारें, अगला जन्म कैसे सुधारे?
प्रेषित समय :18:30:11 PM / Wed, Jul 9th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

